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________________ आत्मा का अस्तित्व ____ अर्थात् कोई अज्ञात शक्ति सतत् क्रियाशील है। हम नहीं जानते कि वह क्या है? मैं मानता हूँ कि चेतना ही प्रमुख आधारभूत वस्तु है। पुराने नास्तिकवाद के विचार लद गये हैं और धर्म अब चेतना तथा मस्तिष्क के क्षेत्र का विषय बन गया है। उसे अब किसी भी प्रकार हिलाया नहीं जा सकता। विश्वविख्यात वैज्ञानिक आइन्स्टीन लिखते हैं-"I believe that intelligence of consciousness is manifested throughout all nature." अर्थात् मैं विश्वास करता हूँ कि समस्त प्रकृति में चेतना काम कर रही है। __ वर्तमान वैज्ञानिकों में प्रथम श्रेणी में स्थान प्राप्त श्री हाईसन वर्ग अपने 'भौतिक विज्ञान और दर्शन' ग्रन्थ में भौतिक और चेतन तत्त्वों को वास्तविक मानते हुए लिखते हैं कि-"चेतन तत्त्व को भौतिकशास्त्र, रसायनशास्त्र और विकासवाद के सिद्धांतों पर नहीं समझाया जा सकता है, वास्तविकता को समझने के लिए हमारी सामान्य धारणाओं की सूक्ष्म व्याख्याएँ आवश्यक हैं। एक लेखक का कथन है "कुछ समय पूर्व तक वैज्ञानिक क्षेत्र में यह फैशन-सी बन गई थी कि अपने को नास्तिक (एग्नास्टिक) कहा जाय, लेकिन अब अगर कोई आदमी नास्तिकता की नासमझी पर गर्व करता है तो वह लज्जा और तिरस्कार की बात है। नास्तिकता का फैशन अब मिट चुका है।" लब्ध-प्रतिष्ठित वैज्ञानिक डॉक्टर चार्ल्स स्टाइन मेज विज्ञान 1. The Modern Review July, 1936 2. फिजिक्स एण्ड फिलोसोफी, पृष्ठ 95 3. वही, पृष्ठ 84 4. साइन्स एण्ड रिलीजन
SR No.034365
Book TitleVigyan ke Aalok Me Jeev Ajeev Tattva Evam Dravya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Lodha
PublisherAnand Shah
Publication Year2016
Total Pages315
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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