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________________ पा मवमें मोच जानेवाला जीव १७ इंद्रिय करेगा और जिसको ज्यादा भव भ्रमण करना है वह संख्याती, असंख्याती या अनन्ती इंद्रियां करेगा इसी तरह सब जगह समझ लेना.. ___एक असुरकुमारके देवताका प्रश्न-भूतकालमें अनन्ती इन्द्रिया, वर्तमान कालमें पाठ, भविष्य कालमें 4-8-१७ संख्याती, असंख्याती या अनन्ती इसमें नौ कहनेका कारण यह है कि असुरकुमारसे निकल पृथ्वीकायमें उत्पन्न हो फिर मनुव्य भवकर मोक्ष जायगा उसकी अपेक्षासे कहा, शेष पूर्ववत्-एवं यावत् स्तनितकुमार भी कहना. ____एक पृथ्वीकायके जीवकी पृच्छा-भूतकालमें अनन्ती इंद्रियां, वर्तमानकालमें एक सशंद्रिय, भविष्यमें ८-९-१७ संख्याती, असं० या अनन्ती भावना पूर्ववत्-एवं अपकाय तथा वनस्पतिकाय भी समझ लेना. . - एक तेउकायके जीवकी पृच्छा-भतकालमें अनन्ती इन्द्रियां, वर्तमानमें एक, और भविष्यमें ९-१० सं० सं० या अनन्ती एवं वायुकाय भी समझना. ___एक बीन्द्रिय जीवकी पृच्छा-भूनकालमें अनन्ती, वर्तमान में दो, भविष्यमें नव, दश, सं० सं० या अनन्ती, भावना पूर्ववत्, एवं नीन्द्रिय परन्तु वर्तमानमें ४. एवं चौरिन्द्रिय परंतु वर्तमानमें ८ ( यहां पाठ नहीं कहनेका कारण यह है कि तेऊ, वाय और 'विकलेन्द्रि अनन्तर भाव मोचगामी नहीं होते हैं।
SR No.034233
Book TitleShighra Bodh Part 11 To 15
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyansundar
PublisherRatna Prabhakar Gyan Pushpmala
Publication Year1933
Total Pages456
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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