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________________ ContETINAMRAP r emararee [१४] थोकडा नं. १ सूत्र श्री पन्नवणाजी पद १७ उ० २ ( लेश्याकी ४६ अल्पबाहूत्व ) कौनसे कौनसे दंडकमें कितने २ लेश्या मिले या मि उन्होंमें कौनसी कौनसी लेश्यावाले जीव न्यूनाधिक है वह सर्व इस थोकडे द्वारे बतावेगा (!) समुच्चय जीवोंके ( बोल । (१) स्तोक शुक्ललेश्यावाले जीव हैं । (२) पद्म० संख्यात गु० (३) तेनो० सं० गु० (४) अलेश्यावाले (सिद्ध) अनन्त गु० (५) कापोत लेश्या ० अनंत गु० (६) निल लेश्या ० वि० (७) कृष्ण लेश्या० विशेषः (८) सलेश्या० विशेषाः । (२) नारकीमें लेश्या ३ पावे । (१) स्तोक कृष्ण लेश्या० (२) निल सं० असं ० गु० (३) कापोत . असं ० गु०। ___ (३) समु० तीर्यचमें लेश्या ६ पावे । (१) स्तोक शुक्ल लेश्या० (२) पद्म० सं गु० (३) तेनो. सं० गु० (४) कापोत० अनन्त गु० (५) निल० वि० (६) कृष्ण वि०। (४) समु० एकेंद्रियमें लेश्या ४ पावे (१) स्तोक तेजो० (२) कापोत० अनन्तगु० (३) निल वि० (४) कृष्ण० वि० । (१) एवं वनास्पतिमें लेश्या ४ पावे (६) पृथ्वी कायमें लेश्या ४ पावे
SR No.034233
Book TitleShighra Bodh Part 11 To 15
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyansundar
PublisherRatna Prabhakar Gyan Pushpmala
Publication Year1933
Total Pages456
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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