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________________ ४८७ अधो० तीर्य० लोकमें | १४ ४८/३०३/१२२ ४८८ खेचरकि गतिके तीन शरीरी बादरमे ६३२२८८/१६२ ४८९/ उर्ध्व तीय० के बादरमें ३८३०३१४८ ४९० चोपदाक गतिके तीन श० बादमें | ८३२२८८/१६२ ४६१/ खेचरकि गनिके पांचेन्द्रियमें २०/३०३/१६२ ४९२ उरपुरकि भतिके नीन श० बादरमें | १०| ३२२८८/१६२ ४९३/ उर्ध्व तीर्य० प्र० शरीरी घणा भववालोमे ०४४३०३१४६ ४९४/ खेचरकि गतिके प्र० तीन शरीरमें ६ ३८२८८१६२ ४६६/ उर्ध्व तीर्य० के प्र० शगरीमें __० ४४३०३१४८ ४६६/ भुजपुरकि गतिके तीन शरीगमें ४९७ खेचरकि गतिक त्रसमें ६ २६३०३/१६२ ४६८ खेचरकि गतिक तीन शरीग्में ६ ४२२८८१६२ ४६६/ उर्ध्व तीर्य० में ५००/ चोपदकि गतिके तीन शरीरमें | ८४२२८८१६२ थोकडा नम्बर ७४. ५०१/ त्रस एक संस्थानीमें १४, १६२७३१६६ ५०२ उरपुरकि गतिके तीन शरीरमें ५०३ तिर्यचकि गतिके घाणेन्द्रियमें । १४. २४३०३ १६२
SR No.034232
Book TitleShighra Bodh Part 06 To 10
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyansundar
PublisherVeer Mandal
Publication Year1925
Total Pages314
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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