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४४० मिनयोग बादरमें | १४ २५२१७१८४ ४४१| अधो. तीर्यक्०के चक्षु तीन शरी०| १४| १७२८८१२२ ४४२ प्र० तीन शरीरी अप्रशस्तलेशी | १४ ३८२८८१०२ ४४३ प्र० मिश्रयोगी
|१४| २८/२१७/१८४ १४४ प्र० एकान्त भवधारणी देह घणा
___ भववालोमें | ७ ३८२८८१११ ४४६ अधो. तीर्य. तीन शरीरी त्रस
मिश्रयोगमें | १४ २१२८८१२२ ४४६/अप्रशस्त लेश्या तीन शरीरीमें । १४, ४२२८८/१०२ ४४७ एकान्त असंयम अप्रशस्तलेशी १४ ४३/२८८१०२
एकान्त भवधारणी देह घणा
. भववालोमें | ७४२२८८१११ ४४६/लि गतिके एकान्त भव० देह | ६४२२८८११३ ४५० भवसिद्धि एकान्त भव० देह ५४२/२८८११३ ४५१ उरपुरकि गति कृष्ण प्र० तीन
शरीरमें | २४४३०३/१०२ ४५२ भुजपुरकि गति, अधो० तीर्यः
प्र० तीन शरीरी ४ ३८२८८१२२ सि० गति कृ० प्र० शरीरी ४४४३०३/१०२ ४५४. उर्व तीर्यः एकान्त छद० . *
पांचे० घणा भवमें | ० २०२८८१४६