SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 82
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ० ० ० ६ ३१३/ प्रसास्वतोमें A२०२६६ ३१४| कृष्णलेशी स्त्रीवेदमें ३१५ प्र० तीन शरीरी कृष्ण० मरनेवालोमे ३ ३१६ त्रसानाहारी अचर्ममें २०२९४ ३१७ नोगर्भेज घ्राणेन्द्रिय मिथ्या में ३१८ श्रोतेन्द्रिय अपर्याप्तामें २०२/ ९९ ३१६ कृष्णलेशी मरनेवालोमें ४८ २१७ ३२० तीन शरीरी स्त्रीवेदमें १८७१२८ ३२१/ उस अपर्याप्तामें |१३ २०२९९ ३२२, बादरानाहारी अचर्ममें ३२३| नोग:ज पांचेन्द्रियमें १० १०११६८ ३२४ तीन शरीरी त्रस मिथ्या० मरे २१ २०२/९४ ३२६/ औदारीक चक्षुइन्द्रियमें ३२६ मिथ्या० एक संस्थानी मरनेवालोमें ३२५ नोगर्भेज घ्राणेन्द्रियमें ३२८/ बादर अभाषक अचममें ३२६ औदारीक त्रसमे ३३० औदारीक एकान्त भवधारणी देह .. ३३१/ नोगर्भज बादर मिथ्या० में १४ | ३३२/ त्रस एकान्त संख्याकालकिस्थिनि . वालोमें | २४ २०२ ६६ ८ ० ०
SR No.034232
Book TitleShighra Bodh Part 06 To 10
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyansundar
PublisherVeer Mandal
Publication Year1925
Total Pages314
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy