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________________ M ° २५७ घ्राणेन्द्रिय एकान्तमिथ्यात्वीमें । १, २१३३६ २५८/ त्रस एकान्तमिथ्यात्वीमें २५६/ धर्म देवकि आगतिके घ्राणेन्द्रियमें | ५/ २४/१३१/ ९९ २६०/ पांचेन्द्रिय तीनशरीरी सम्यक्० में | १३/ १० ७५/१६२ २६१ कृष्णलेशी प्रसास्वतोंमें १/२०२/ ५१ २६२/ पुरुषवेदी सम्यग्दृष्टिमें १०/६०/१६२ २६३ प्र. शरीरी समुच्चय असंज्ञीमें १/३९/१७२/ ५१ २६४ तीर्यक्० कुष्णलेशी स्त्रिवेदमें १०२०२ ५२ २६५ औदारीक शरीर मरनेवालोंमें ४८२१७ २६६/ पांचेन्द्रिय कृष्ण ० अनाहारीमें २६७ चक्षुइन्द्रिय कृष्ण० अनाहारीमें एकदृष्टि त्रसकायमें २६९/ तीर्यक्० कृष्ण त्रस मरनेवालोंमें ___० २६२१७ २६ २७० बादर एकान्तमिथ्यात्वीमें १) २०२१३/ ३६ मनुष्यकि आगतिके मिथ्यात्वीमें ६, ४०१३१] ९४ मनुष्यकि आगतिके प्र० शरीरीमें निललेशी एकान्तमिथ्यात्वीमें __० ३०२१३) ३० २७४/ कृष्णलेशी एकान्तमिथ्यात्वीमें । १ ३०२१३३० क्रियावादी समौसरणमें १३/ १०/ ९०१६२ २७६/ मनुष्यकि आगतिमें २६८ २७॥
SR No.034232
Book TitleShighra Bodh Part 06 To 10
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyansundar
PublisherVeer Mandal
Publication Year1925
Total Pages314
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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