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________________ ० २३७ औदारीक पांचेन्द्रिय मग्नेवालोमें | ० २.०२१७ . २३८ प्र० शरीरी बादर सास्वतोंमें | ५३११०१ ९९ २३६/ सम्यग्द्रष्टि मिश्रयोगीमें १३| १८ ६०१४८ २४० सास्वते बादरमें ३३/१०१/ ९९ २४१ प्रः शरीरी नोगर्भेज मरनेवालोमें २४२ वादरौदारिक मिश्रयोगीमें __० २५२१७ .. २४३ औदारीक एकान्त मिथ्यात्वीमें २४४| तीनशरीरी नोगर्भेज मग्नेवालोमें २४५ समु० असंज्ञी त्रसमें २४६/ प्र. शरीरी सास्वतोंमें २४७ अवधिदर्शनमें ५ ३०/१६८ २४८ तीर्यक्० पांचेन्द्रिय अपर्याप्तामें १०२०२/ ३६ २४६/ तीर्यक्० चक्षुइन्द्रियपर्याप्तामें ११/२०२/ ३६ २५० भव्यसिद्धि सास्वतोंमें २५१/ तीर्यक्० बस अपर्याप्नामें २५२ औदारीक० प्रभाषकमें २५३ मिश्रयोगी मरनेवालोंमें २५४ त्रिवेद मिश्रयोग में २५६/ पांचेन्द्रिय एकान्तमिथ्यात्वीमें २५६/ चक्षुइन्द्रिय एकान्लमिथ्यात्वीमें । १ ६२१३/ ३६ ० ० ० ० . . . ३०/१३१ . -
SR No.034232
Book TitleShighra Bodh Part 06 To 10
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyansundar
PublisherVeer Mandal
Publication Year1925
Total Pages314
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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