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________________ ૭૨ atri पांचो छठ्ठी गु० ? क्षायक सम्यक्त्व प्रमादो में पावे । "1 " तेजोलेशी में पावे । "" हास्यादि में चोथासे सातवा तक "" " "" ܕ 97 " "" 33 " " "" आठवा तक ? नौषा तक दशवा तक पांचवा छठ्ठो सातो ? व्रती पांचवा से आठवातक ? taras ? 2) दशघातक ? >> "" इग्यारवातक ? " बारहवTतक ? तेरवातक ? चौदहवrतक ? छटो सातवो आठवो ! छटासे नौवातक ? " दशवातक ? 75 " ? ? "" ܕ इग्यारवा तक, ? इग्यारवातक ? बारहवातक " तेरहवातक ? "" बारहवा तक तेरहवा तक चौदह तक ? ? गु० चौदवातक ? सातवा आठवा नौवा सातवा दशवातक ? इग्यारवातक ? "2 बारहवातक " " " "" 25 " 99 "" ? "" " "" " "" ܕ " " " " " ?? सवेदी में सकषायि में " 93 39 समुचय में मुनि हास्यादि में " मुनि सवेदी में "" " सकषायि में " " समुचय गु० अप्रमादीमें पावे । हास्यादि में पावे । "" सवेदीमे सकषाय में " मोहसता में " मोहलता में छदमस्थो में ” संयोगी में छदमस्थ में " सयोगी में समुचय में अप्रमत्त सवेदीमें पावे । अप्रमत्त सकषायिमें पावे । " " ? 55 मोहसत्ता में " छदमस्थो में " संयोगी में "" 77 मोहसत्ता में छद्मस्थोंमें ܝܕ 39 " " S ܙܕ 27
SR No.034232
Book TitleShighra Bodh Part 06 To 10
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyansundar
PublisherVeer Mandal
Publication Year1925
Total Pages314
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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