SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 117
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ६१ समय पूछो एक कलउग जुम्मा मिलेगा शेष ३ बाल नहीं, ए. पह, प्रस, चौरस और आयतन भी समझ लेना।। हे भगवन् ! एक परिमंडल संस्थान के प्रदेश क्या कुछ जुम्मा है यावत् कलउगा है ? गौतम ! स्यात् कुडजुम्मा है पावत् स्यात् कलउगा जुम्मा है । घणा परिमंडल की पुच्छा समुचय की अपेक्षा स्यात् कुडझुम्मा है यावत् स्यात् कलयुग गुम्मा है और अलग अलग की अपेक्षा कुडलुम्मा भी घणा पावत् कलयुगा भी घणा एवं, बट्ट, प्रस, चौरस और आयतन भी कहना। हे भगवन् ! क्षेत्रापेक्षा एक परिमंडल संस्थान क्या कुर हुम्मा प्रदेश क्षेत्र अवगाय है यावत् कलयुग जुम्मा प्रदेश क्षेत्र अवगाह है ? गौतम ! कुडजुम्मा प्रदेश अवगाह है, शेष ३ पोल नहीं एवं एक बट्ट संस्थान स्यात् कुडजुम्मा, तेउगा और कलयुगा प्रदेश अवगान है। दाधर जुम्मा नहीं, और एक त्रस संस्थान स्यात् कुडजुम्मा, तेउगा, और दावरजुम्मा प्रदेश अबगाम है, शेष कलयुगा नहीं, और चौरस संस्थान स्यात् कुडझुम्मा, तेउगा कलयुगा प्रदेश अवगाह है। दावर जुम्मा नहीं और आयतन संस्थान. स्यात् कुडजुम्मा, तेउगा. क्षवरजुम्मा अषगाया है, कलयुगा नहीं। घणा परिमंडल संस्थानकी पृच्छा--समुचय आश्रीय कुखजुम्मा प्रदेश अवगाह्म है, एवं शेष घणा चार संस्थानों की अपेक्षा भी कुडजुम्मा प्रदेश अवगाहा है कारण पांचों संस्थान पूर्ण लोक व्याप्त है सो लोक कुडजुम्मा प्रदेशी है और अलग २ पणा परिमंडल संस्थानों की अपेक्षा घणा कुडजुम्मा, प्रदेश • अवगाय है। घणा बट्ट संस्थान अलग २ की अपेक्षा घणा कुडजुम्मा, घणा तउगा, घणा कलयुगा प्रदेश अवगाब है। घणा प्रस
SR No.034232
Book TitleShighra Bodh Part 06 To 10
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyansundar
PublisherVeer Mandal
Publication Year1925
Total Pages314
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy