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________________ (५४) शीघ्रबोध भाग १ लो. थोकडा नम्बर १४ . ... ( जलदी मोक्ष जानेके २३ बोल ) (१) मोक्षकी अभिलाषा रखनेवाला जलदी २ मोक्ष जावे । (२) तीव्र-उग्र तपश्चर्या करनेसे , (३) गुरुगम्यतापूर्वक सूत्र-सिद्धान्त सुने तो जलदी २,, (४) आगम सुनके उनोमे प्रवृत्ति करनेसे , (५) पांचो इन्द्रियोंका दमन करनेसे (६) छे कायाको जानके उन जीवोंकी रक्षा करे तो ज., (७) भोजन समय साधु-साध्वीयोंकी भावना भावे तो जलदी २ मोक्ष जावे। (८) आप सद्ज्ञान पढे और दुसरोंको पढावे तो ज० मोक्ष जावे (९) नव निदान न करे तथा नौ कोटी प्रत्याख्यान करनेसे , (१०) दश प्रकारकी वैयाषञ्च करनेसे जलदी २ मोक्ष जावे (११) कषायको निर्मुल करे पतली पाडे तो ,, , (१२) छती शक्ति क्षमा करे तो , (१३) लगा हुवा पापकी शीघ्र आलोचना करनेसे ज० ,, (१४) ग्रहन किये हुवे नियम अभिग्रहको निर्मल पाले तो ___जलदी २ मोक्ष जावे। (१५) अभयदान-सुपात्रदान देनेसे जलदी २ मोक्ष जावं? (१६) सच्चे मनसे शील-ब्रह्मचर्य व्रत पालनेसे ज.., (१७) निर्वद्य (पापरहित मधुरवचन बोलनेसे ,, ,, (१८) लिया हुवा संयमभारको स्थितोस्थित पहुंचानेसे जलवी २ मोक्ष जावे।
SR No.034231
Book TitleShighra Bodh Part 01 To 05
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyansundar
PublisherSukhsagar Gyan Pracharak Sabha
Publication Year1924
Total Pages430
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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