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________________ मिटा देती हैं। दुकानों के शीशों के पीछे देखने को बहुत कुछ है लेकिन चीजें उतनी टिकाऊ रह गयीं हैं क्या? क्या ज़माना आ गया है... आप इसे एक क्लिक से पढ़ सकते हैं, दूसरी क्लिक से किसी और को पढ़ा सकते हैं, तीसरी क्लिक से डिलीट भी कर सकते हैं! मेरी बात मानें - उनके साथ वक़्त गुजारें जिन्हें आप प्यार करते हैं, क्योंकि कोई भी किसी के साथ हमेशा नहीं रहता। याद रखें, उस बच्चे से भी बहुत मिठास से बोलें जो अभी आपकी बात नहीं समझता एक न एक दिन तो उसे बड़े होकर आपसे बात करनी ही है। दूसरों को प्रेम से गले लगायें, दिल से गले लगाये, आख़िर इसमें भी कोई पैसा लगता है क्या ? "मैं तुमसे प्यार करता हूँ" यह सिर्फ़ कहें नहीं, साबित भी करें। प्यार के दो मीठे बोल पुरानी कड़वाहट और रिसते ज़ख्मों पर भी मरहम का काम करते हैं। हाथ थामे रखें उस वक़्त को जी लें। याद रखें, गया वक़्त लौटकर नहीं आता। - स्वयं को समय दें प्रेम को समय दें। - ज़िंदगी को साँसों से नहीं नापिए बल्कि उन लम्हों से जो हमारी साँसों को चुरा ले जाते हैं। अब अगर आप इस संदेश को ५ लोगों को नहीं भी भेजते तो किसे इसकी परवाह है! जॉर्ज कार्लिन 95
SR No.034108
Book TitleZen Katha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNishant Mishr
PublisherNishant Mishr
Publication Year
Total Pages210
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size2 MB
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