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________________ पत्थर की तीन मर्तियाँ एक बहुत बड़ा जादूगर अपनी तीन खूबसूरत बहनों के साथ दुनिया घूम रहा था। आस्ट्रेलिया में किसी प्रांत का एक प्रसिद्द योद्धा उसके पास आया और उससे बोला - "मैं तुम्हारी सुंदर बहनों में से किसी एक से विवाह करना चाहता हूँ"। जादूगर ने उससे कहा - "यदि मैं इनमें से एक का विवाह तुमसे कर दूंगा तो बाकी दोनों को लगेगा कि वे कुरूप हैं। मैं ऐसे कबीले की तलाश में हूँ जहाँ तीन वीर योद्धाओं से अपनी तीनों बहनों का एक साथ विवाह कर सकूँ"। इस तरह कई साल तक वे आस्ट्रेलिया में यहाँ से वहां घूमते रहे पर उन्हें ऐसा कोई कबीला नहीं मिला जहाँ एक जैसे तीन बहादुर योद्धाओं से उन बहनों का विवाह हो सकता। वे बहनें इतने साल गुज़र जाने और यात्रा की थकान के कारण बूढी हो गयीं। उन्होंने सोचा - "हममें से कोई एक तो विवाह करके सुख से रह सकती थी"। जादूगर भी यही सोचता था। वह बोला - "मैं ग़लत था... लेकिन अब बहुत देर हो गयी है"। जादूगर ने उन तीन बहनों को पत्थर का बना दिया। आज भी सिडनी के पास ब्लू माउन्टेन नेशनल पार्क जाने वाले पर्यटक पत्थर की उन तीन बहनों को देखकर यह सबक लेते हैं कि एक व्यक्ति की प्रसन्नता के कारण हमें दुखी नहीं होना चाहिए। 64
SR No.034108
Book TitleZen Katha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNishant Mishr
PublisherNishant Mishr
Publication Year
Total Pages210
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size2 MB
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