SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 37
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ भाषाभास्कर अधिकरण पति में पतियों में सम्बोधन हे पति हे पतिया ॥ १३४ दीर्घ ईकारान्त पल्लिङ्ग धोबी शब्द । कारक। एकवचन । बहुवचन। कता धोबी वा धोबी ने धोबी वा धोबियों ने कर्म धोबी को धोबियों को करण धोबी से धोबियों से समादान धोबी को धबियों का अपादान धोबी से धोबियों से सम्बन्ध धोबो का-के-की धोबियों का-के-की अधिकरण धोबी में धोबियों में सम्बोधन हे धोबी हे धोबियो । १३५ दीर्घ ऊकारान्त पुल्लिङ्ग डाकू शब्द । कारक । एकवचन । बहुवचन । कती डाक वा डाकू ने डाकू वा डाकुओं ने कर्म डाकुओं को करण डाकू से डाकुओं से सम्प्रदान डाकुओं को अपादान डाकुओं से सम्बन्ध डाक का-के-की डाकुओं का-के-की अधिकरण ड कू में डाकुओं में सम्बोधन हे डाकू हे डाकुओ ॥ १३६ दीर्घ अकारान्त स्त्रीलिङ्ग बह शब्द । कारक । एकवचन । बहुवचन । वा बहू ने बहू वा बहुओं ने कर्म बहुओं को करण सम्प्रदान अपादान डाकू को डाक से की In oal god old बहुओं से बहुओं को बहुओं से Scanned by CamScanner
SR No.034057
Book TitleBhasha Bhaskar Arthat Hindi Bhasha ka Vyakaran
Original Sutra AuthorN/A
AuthorEthrington Padri
PublisherEthrington Padri
Publication Year1882
Total Pages125
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size43 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy