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________________ 25. 26. 27. 28. 29. 30. 31. 32. 33. 34. जात-पात छिपती नहीं दया का महत्त्व व्यर्थ की जिज्ञासा तृष्णा का अन्त बुरा जैसे को तैसा मान कषाय त्यागात् शान्ति अध्ययन का उत्कष्ट उदाहरण यथार्थ का अवबोध घमण्ड का फल भलाई व्यर्थ नहीं जाती दुःखों को हमने स्वयं पकड़ा है वास्तविक दान 35. 36. 37. 38. 39. 40. महान् शत्रु 41. सच्ची भक्ति 42. जाकी रही भावना जैसी 43. यथार्थ भी व्यवहार भी 44. 45. 46. 47. 48. 49. 50. 51. 52. 53. अमर फल सच्ची सीख viii) प्रेम की कैंची उधार अनुभव जरूरी प्रायश्चित्त का फल सत्य की जीत मित्र का लक्षण परोपकार का फल लोभ बुरी बला है सच्चा भक्त कैसा हो? भूत-भविष्य की चिन्ता क्यों? उपदेशदाता का आचरण कैसा हो? 49 51 56 57 61 63 66 69 71 72 74 78 81 85 86 87 91 92 94 97 101 104 107 110 115 121 126 127 130
SR No.034003
Book TitleShikshaprad Kahaniya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKuldeepkumar
PublisherAmar Granth Publications
Publication Year2017
Total Pages224
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size477 KB
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