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________________ कृतं मम प्रियं तेन ] लोकपादसूची [कृतः स समयस्त्वयां कृतं मम प्रियं तेन 12. 103. 37*. कृतं मम सुहृवैः 7. 125. 30deg. कृतं मया पार्थ यथा न साधु 8. 49. 102". कृतं मया भवेकिं ते 12. 263. 44. कृतं मया यत्स्वयमेव कृत्यम् 8. App. 32. 10A 2. कृतं मयेदं भगवन् 1. App. 1. 13 pr. कृतं मानुषबुद्धिना 3. 81. 1234. कृतं मानुष्यकं कर्म 5. 75.8. कृतं मुनिजनश्रेष्ठ 1. 398*.2 pr. कृतं मेरौ महागिरौ 12. 804*. 1 post. कृतं यदस्योत्तमवर्म भास्वरम् 8. 66. 33. कृतं यदेकेन किरीटमालिना 8. 64. 24. कृतं यस्मिन्न नश्यति 1. 145. 14%; 150. 13'. कृतं युगमवर्तत 1. 102.54. कृतं युवाभ्यां कर्मेदम् 1. 225.80. कृतं युष्माभिरित्युत 2. 20. 1. कृतं येन क्रमेण च 1. 203.7'. कृतं येनासि वानरः 13. 50*. 2 post. कृतं रणे सूतपुत्रं निहत्य 8. 46. 32. कृतं राजन्भविष्यति 1. 3. 191f. कृतं राज्ञा महाबाहो 6.92.8. कृतं राज्यं मया सर्व 12. 192*. 1 pr. कृतं लोकपितामह 13. 82. 32. कृतं लोकहितं तदा 2. App. 21. 814 post. कृतं लोकैर्हि मे धर्म 12. 192.220. कृतं लोकैः सनातनैः 12. 192. 26. कृतं वस्तत्र धर्मार्थ 1. 206. 26. कृतं वा कारयित्वा वा 12.87. 1". कृतं वास्य न वा कृतम् 12. 169. 14-3; 787*. 1 post. कृतं विप्रवरैर्मम 3. 289. 154. कृतं वृषलभोजनम् 5. 423*. 2 post. कृतं वै पौरुषं महत् 5. 187. 16. कृतं वैरं महारथैः 7. 106. 12. कृतं वैरं सदा तेन 6. App. 4. 301 pr. कृतं शक्रात्मजेन ह 7. 127.51. कृतं शतगुणं कुर्यात् 3. App. 21. 45*. कृतं शतसहस्रं हि 12. 382. 36%. कृतं शौचं पुरा पितुः 5. 178. 34. कृतं सत्यं वचस्तस्य 10. 1. 150. कृतं सम्यग्यथाविधि 12. 860*. 2 post. कृतं सर्वत्र लभते 13. 6. 10. कृतं सर्वमनिन्दितम् 14. 86. 263. कृतं सर्वमवेदयत् 2. 30. 32. कृतं सर्व यथाक्रमम् 3. 241. 376. कृतं सर्वे सदा हरिः 9. 212*. 1 post. कृतं सर्वेण भद्रं ते 12. 192. 50%. कृतं सर्वेण मेऽन्येन 1. 126. 15. कृतं संग्राममूर्धनि 14. 60. 16. कृतं संवादमभवत् 13. App. 15. 4687 pr. कृतं संशप्तकैरिदम् 7. 27. 44. कृतं साधु शुभं त्वया 12. 376*. 3 post. कृतं साह्यं जनार्दन 7. 158. 274. कृतं सुरूपं वितमस्कमुच्चैः 8. 67. 12. कृतं सौभ्रात्रमचलं 14. 52. 10. कृतं स्म कदनं महत् 8. 40. 576. कृतं स्वर्गेण मे कार्य 12. 192.77%. कृतं हि तत्कृतेनैव 12. 217. 16. कृतं हि तत्स्यात्सुकृतं ममेदं 1. 1901 . 1. कृतं हि तव पुत्रैश्च 5. 54. 15. कृतं हि ते कार्यमन्यैरशक्यम् 3. 190, 60. कृतं हि व्यक्तमाग्नेयम् 1. 134. 140. कृतं हेतुमदर्थवत् 2. 6.3". कृतः कामश्च तेन मे 5. 105. 184. कृतः कारणवत्तरः 12. 352. 10. कृतः कृपो बाणसहस्त्रयन्त्रितः 8. 896*.5. कृतः क्षेमः पुनः पन्थाः 3. 13. 26. कृतः पन्था हिरण्मयः 7. App. 8.515 post. कृतः पन्थाः समुत्थितः 13. App. 1A. 243 post. कृतः परपुरंजयः 7. 155. 180. कृतः पिष्टमयः पशुः 12. 806*.5 post. कृतः पुरुषकारस्तु 13. 6. 22%. कृतः पुरुषकारः सन् 10. 2. 10deg. कृतः पुरुषकारोऽपि 5. 34. 20deg. कृतः पुष्पमयो देव्या 3. 240. 7. कृतः पूर्व नराधिपैः 4. App. 19.21 post. कृतः प्रयत्नः सुमहान् 12. 192.8deg. कृतः शत्रुगणक्षयः 8.51.6. कृतः शत्रून्नता मम 3. 170. 664. कृतः शब्दोऽतिदारुणः 9. 27. 22. कृतः शस्त्रसमुद्यमः 5. 139. 15. 7. 125.5*; App. 18. ___ll post. कृतः षडंशश्चतुरो नृपस्थिभिः 8. 118*.2. कृतः सो महीतले 5. 17. 20'. कृतः सर्वगुणान्धितः 1. App. 114.296 post. कृतः स विमुखः शरैः 7.71. 24. कृतः स समयस्त्वया 1. 68. 17'. -797
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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