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________________ किमर्थ चेह तिष्ठसि] महाभारतस्थ [किमर्थ समरे सैन्य किमर्थ पाण्डवेमानि 1. 210. 6. किमर्थं पितरस्तस्य 13. App. 14. 61 pr. किमर्थ चेह तिष्ठसि 1. 142. 443 160. 34. किमर्थ चैतदुत्पाट्य 10. 17. 23". किमर्थं चैव नः शोच्यान् 1. 13. 18. किमर्थं चैव भृत्येषु 3. 1383*.2 pr. किमर्थं चैव राजसु 3. 1383*. 2 post. किमर्थ चोद्गतो मन्युः 3. 94. 3. किमर्थं जपतां वरः 1. 13. 2. किमर्थ तत्समभवत् 12. 335. 9. किमर्थं तप्यसे देवि 13. 82. 30*. किमर्थ तप्यसे पुत्र 12. 124. 86. किमर्थ तप्यसे ब्रह्मन् 3. 574*. 2 pr. किमर्थं तव सैन्यानि 7. 135.7. किमर्थ तं मया दष्टं 1. 46. 18*. किमर्थं ताडितस्त्वया 3. 163. 22". किमर्थं ते नरव्याघ्राः 1. 56. 5*. किमर्थं तेऽमिजायन्ते 13. App. 15. 2439 pr. किमर्थ ते ललाटे वै 13. 127. 4l". किमर्थं ते हृदो ह्ययम् 9. 42. 9. किमर्थ त्वं प्रशंससि 13. App. 14. 186 post. किमर्थं त्वं समापन्नः 12. App. 17A. 13 pr. किमर्थ दुष्कृतं कृत्वा 13. App. 15. 2164 pr. किमर्थं दुहिता मेऽद्य 3. 214*. 1 pr. किमर्थ देवदेवेश 13. App. 15. 253 pr., 320 pr. किमर्थ द्रवसे युद्धे 7. 98.3'. किमर्थं द्विजसत्तम 1. 21.1. किमर्थ धर्मराजेन 8. App. 18. 99 pr. किमर्थ धार्तराष्ट्राणां 3. 13. 67deg. किमर्थ नटनर्तके 3. 1383*. 1 post. किमर्थं न युयुत्ससे 4. 36. 20% किमर्थ नरिनसि वै 9. 37. 38. किमर्थ नाभिगच्छसि 12. 274. 24'. किमर्थं नाभिजानाति 9. 356*. 11 pr. किमर्थं नामिधावसि 3. 60. 224. किमर्थ नाभिनन्दसे 7. 168. 36. किमर्थ नावबुध्यसे 2. 45. 5. 12. 316. 276. किमर्थ नावबोधितः 3. 281. 63. किमर्थ नीतिमान्पार्थः 4.26.5deg. किमर्थ नीलता कण्ठे 13. App. 15. 307 pr. किमर्थं नृत्यते भवान् 3. 81. 103. किमर्थं नोपसर्पति 14. 56. 174. किमर्थं नो भवेत्कलिः 13. App. 15. 1582 post. किमर्थं पाण्डवश्रेष्ठ 4. 67. 1". किमर्थं पुरुषव्याघ्र 7. 214*. 2 pr. किमर्थ प्रविलम्बसे 7. 432*. 1 post. किमर्थं ब्रह्मवादिमिः 1. 208. 5. किमर्थं ब्राह्मणे दानं 3. 1383*. 1 pr. किमर्थं ब्रूत सत्तमाः 12. 523*. 2 post. किमर्थं भगवन्धोराः 1. 26. 34deg. किमर्थ भगवान्शक्रः 9. 42. 27. किमर्थं भगवानग्निः 1. App. 118. 1 pr.; App. 120. 1 pr. 2. 28. 16". 9. 46. 150. किमर्थ भगवान्सूर्यः 1. App. 14. 10 pr. किमर्थ भगवान्सोमः 9. 34. 380. किमर्थं भरतश्रेष्ठ 5. 170. 1". किमर्थ भार्गवश्चापि 3. 121. 226. किमर्थ भार्गवेणेदं 12. 100*. 1 pr. किमर्थ भीरु शङ्कसे 3. 38. 29. किमर्थ मनुजा भूमौ 1. 914*. 1 pr. किमर्थ मानुषा लोके 13. App. 15.2134 pr. किमर्थ मानुषे लोके 13. App. 15. 1570 pr. किमर्थ मां प्राकृतवत् 1. 68. 34". किमर्थ मां विलम्बसि 4.293*.3 post. किमर्थं मुनिसंघस्य 13. App. 15. 84 pr. किमर्थ मे न दत्तवान् 10. 58*. 4 post. किमर्थ मोक्षिताश्चैव 1. 12. 2". किमर्थ याचसे पुनः 12. 192. 44. किमर्थ युद्धसमये 4. 1034*. 5 pr. किमर्थं युवती भत्रै 3. 278. 4. किमर्थ राजशार्दूल 1. App. 8. 1 pr. किमर्थ राजशार्दूलः 1. 13. 10. 3. 106. 9". 9. 62. 1". किमर्थं रुदितं त्वया 13. App. 20.75 post. किमर्थं वनमागता 5. 175. 14. किमर्थं वार्यते त्वया 5. 103. 4. किमर्थं वा शिखण्डिनि 12. 218. 11. किमर्थ वेह लम्बध्वं 3. 481*. 1 pr. किमर्थं वैनतेय त्वं 13. App. 1A. 434 pr. किमर्थं वैरिणावास्तां 2. App. 6. 1 pr. किमर्थ व्यचरद्राजन् 12. 278. 21". किमर्थ शप्तवान्क्रुद्धः 1. 10.8". किमर्थ शार्ङ्गकानग्निः 1. 220. 1". किमर्थ समरे सैन्यं 8. App. 5. 48 pr. -726 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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