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________________ कालकेयैश्च दानवैः] महाभारतस्थ [ कालपर्यायधर्मणा कालकेयैश्च दानवैः 3. 170. 10. 5. 155. 27'. कालकोपं महात्मानं 7.57. 43". कालक्षेपमकारिषम् 4. 1100*.8 post. कालखा इवासुराः 4. 12. 134. कालखञ्जाश्च दानवाः 4.44.9. कालखाश्च सर्वशः 2.9. 124. कालचक्रपरिष्कृतम् 8. App. 2. 78 post. कालचक्रप्रवृत्तिं च 14.45. 11". कालचक्रबहिष्कृतम् 8. 262*.5 post. कालचक्रमचेतनम् 14. 45. 10. कालचक्रमतन्द्रितः 3. 160. 35. कालचक्रमनाद्यन्तं 12.203. 11". कालचक्रमिवोद्यतम् 5. 53. 13. 7. 6. 20%; 142. 11'. कालचक्रसमन्वितः 12. 572*. 3 post. कालचक्रं च यदिव्य 2. 11. 28. कालचक्रं च साक्षाच्च 2.8.28". कालचक्रं जगच्चक्रं 5.66. 12%. कालचक्र नयाम्येकः 3. 187.34". कालचक्र प्रवर्तते 4. 47. 24. 14. 42. 53"; 45. 94. कालचक्रो विभावसुः 3.3.23. कालचारित्रतत्त्वज्ञः 12.220. 1050. कालच्छेदेन वा चरेत् 13. App. 15. 2944 post. कालजिह्व सुरश्रेष्ठ 1. 65. 38. कालज्ञं च नयज्ञं च 12. 223. 23deg. कालज्ञः समयज्ञश्च 12. 114. 10. कालज्ञः सर्वकर्मणाम् 1. App. 103. 73 post. कालज्ञः सर्वधर्मवित् 1. App. 36. 65 post. कालज्ञाता पार्थिवानां वरिष्ठ: 12. 120. 37. कालज्ञानगतिश्चैव 9. 36. 15. कालज्ञानविशारदाः 12. 116. 16. कालज्ञानविशारदैः 1. 586*. 1 post. कालज्ञानं प्रति प्रभो 9. 36. 174. कालज्ञानं ममाद्भुतम् 13. 18. 25. कालज्ञानं विप्र गवान्तरं हि 13. 72. 36%. कालज्ञानानि यानि च 1. App. 66. 25 post. 12. App. 13. 25post. कालज्ञाने च निश्चयम् 12. 224. 9". कालज्ञैः परिकीर्तितः 3. App. 1. 41 post. कालज्ञो वै युधिष्ठिरः 1. App. 103. 46 post. कालज्वलनसंनिभाः 7. 74.7'. कालज्वलनसंनिभैः 7. 141. 294. कालतीर्थ उपस्पृशेत् 3. 83. 11'. कालत्रयविदश्चापि 17. 12*. 1.pr. कालदण्डधराय च 13. App. 6. 48 post. कालदण्डमिवान्तकः 7. 102. 87%; 1275*. 1 post. कालदण्डमिवापरम् 6. 43. 30.8.42. 500. कालदण्डविनिष्पिष्टः 12.216. 1. कालदण्डं यमो राजा 1. 218. 31". कालदण्डोप्रधारिणम् 7. 150. 334. कालदण्डोपमं तदा 1. 9. 21'. कालदण्डोपमं रणे 6. 43. 84. कालदण्डोपमा घोरां 6. App. 4. 211 pr. कालदण्डोपमाः शुभाः 4. 720*. 8 post. कालदत्तासु कम्यासु 13. App. 7A. 58 pr. कालबूतेन नोदितः 7. 844*. 1 post. कालधर्मगतास्तु ते 13. App. 15. 1786 post. कालधर्मगताः पुनः 13. App. 15. 1591 post., 1936 post. कालधर्मचिकीर्षुणा 12. 104. 200. कालधर्मपरीतात्मा 13. 91.6deg. कालधर्ममवाप्य ह 13. 10. 32. कालधर्ममुपस्थिताः 13. App. 15. 3765 post. कालधर्ममुपागतः 12. 149.9. कालधर्ममुपेयिवान् 1.70.46%95.44. 12.31. 450. कालधर्मवशं प्राप्ताः 13. App. 15. 1612 pr.. कालधर्म गतः पुनः 13. App. 15. 1526 post. कालधर्म स भरतः 1. 685*. 2 pr. कालधर्मेण निर्दिष्टं 1. App. 111. 43 pr. कालधर्मों यदा भवेत् 13. App. 15. 609 post., 992 post. कालनाथाय कल्याय 12. App. 28. 201 pr. कालनेमिनमेव च 1. 178*. 15 post. कालनेमिनिहा वीरः 13. 135.82%. कालनेमिरिति ख्यातः 1. 559*. 1 pr. 2. App. 21. 644 pr. कालनेमिई ढां गदाम् 2. App. 21. 669 post. कालनेमिर्महासुरः 2. App. 21. 657 post., 660 post. कालनेमिस्तु तत्रासीत् 18. 28*. 5 pr. कालपक्तिसमन्वयात् 4. App. 45. 72 post. कालपक्वमशेषेण 4. App. 45. 35 pr. कालपक्कमसंशयम् 5. 154. 26. कालपक्वमिदं बलम् 7. 87.67%. कालपक्वमिदं मन्ये 5. 126. 31". कालपक्वमिदं सर्व 5. 130. 36. कालपक्कोऽस्यसंशयम् 8.27.24. कालपर्यायकारितः 9. 64. 224. कालपर्यायचोदितः 11. 15. 17. 13. 112. 90'. कालपर्यायचोदिताः 16. 4. 29%; 8. 48d. कालपर्यायधर्मणा 3. 261. 29%. -710 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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