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________________ कर्णादृशिखराणि च] महाभारतस्थ - [कर्णिना द्रोणतनयं कर्णादृशिखराणि च 3. 268. 29. कर्णाकृष्णो महामनाः 7. 1254*. 1 post. कर्णावस्ता जनार्दन 8. 57. 3'. कर्णात्मजस्याथ मनः प्रदः 8. 973*. 4. कर्णात्मजस्येष्वसनं च चित्रं 8.62. 19deg. कर्णात्मजं तत्र जघान शूरः 8. 53. 10". कर्णात्मजं पाण्डुसुतो नृवीरः 8. 62. 28. कर्णात्मजं शरव्रातः 7. 15. 96. कर्णात्मजं सोऽभ्यहनत्सुषेणम् 8. 60. 44. कर्णात्मजः पाण्डवमभ्यविध्यत् 8. 62. 20. कर्णात्मजः सत्यसेनो महात्मा 8. 4. 104". कर्णादभ्यधिको वृतः 8. App. 5.2 post. कर्णादवरज बाणैः 7.31. 58. कर्णादिभ्यो नराधिप 2. 64. 14. कर्णाद्धि मन्यते त्राणं 8.51.61". कर्णाद्भयमवाप्तवान् 7.918*. 3 post. कर्णागीतो धनंजय 8. 46. 20. कर्णाद्रीतो भीमसेनं विहाय 8. 676*. 4. कर्णाद्रीतो व्यपयातोऽसि पार्थ 8. 48. 131. कर्णाचैर्दुर्जनैः सह 5. 497*. 1 post. कर्णाद्वैकर्तनात्कृपात् 11. 26. 28" कर्णानलं संशमयांचकार 4. App. 44. 44A 8. कर्णानीके पुनः पुनः 7. 148. 26. कर्णानुजं च संप्रेक्ष्य 7.294*. 1 pr. कर्णानामर्षयधुधि 7. 106. 20. कर्णाभ्यां च विभूषिता 4. App. 4D. 21 post. कर्णाभ्यां न शृणोति तत् 12. 180. 15. कर्णाभ्यां पुरुषः सृतः 12.336. 25. कर्णाभ्यां प्राहसत्तदा 2. App. 17.21 post. कर्णाभ्यां शिरसोऽङ्गेभ्यः-8. 12. 31". कर्णाय पुरुषव्याघ्र 8.24. 1578. कर्णाय यातावरिमिर्विमुक्तौ 8. 60. 134. कर्णाय राजन्नसृजजितारिः 8. 1031*. 10. कर्णायामिततेजसे 7. 909*.2 post. कर्णायेहोष्णरश्मिना 3. 287.1. कर्णायैको हि पाण्डव 7. 122. 32. कर्णायैव च दुर्धर्षः 7. 130. 27. कर्णार्जुनजनार्दनान् 8. 15. 8. कर्णार्जुनद्वैरथे तु 1. 154*. 4 pr. कर्णार्जुनमहायुद्धं 8. App. 6. 6 pr. कर्णार्जुनविनाशेन 8. 63. 48deg. कर्णार्जुनसमागमम् 5. 143.9.8. 53. 43%; App. 37. 17 post. कर्णार्जुनसमागमे 8. 4. 511; 63. 124, 314; 993*. 11 post. कर्णार्जुनसहायोऽहं 11.77*. 1 pr. 12. 1. 38. कर्णार्जुनाभ्यां शरमिन्नगात्रैः 8. 1182*. 1. कर्णार्जुनाभ्यां संप्राप्ते 5.8.26. कर्णार्जुनौ तौ प्रशशंसुर्नरेन्द्र 8. App. 39. 14. कर्णार्जुनौ वै भवतां 5. 143. 10% कर्णाणवे प्लवो भूत्वा 8. 784*. 2 pr. कर्णावध्यात्मकं ज्ञेयं 12.766*. 1 pr. कर्णावाकाशपाताले 12. 335. 46". कर्णावेव पिधातव्यौ 12. 130. 12deg. कर्णास्तु बधिरीकृताः 7. 134*. 6 post. कर्णास्त्रं समरे प्राप्य 8.51. 104. कर्णास्त्रात्पावकोपमात् 8.783*. 1 post. कर्णास्त्रे च विजृम्भिते 8. 56. 41". कर्णास्त्रेणामिपीडितम् 8. 66. 57. कर्णीश्चञ्चलकुण्डलान् 8. 56. 36. कर्णिका तस्य पद्मस्य 12. 175. 376. कर्णिकारधवप्लक्षैः 3. 263*. 1 pr. कर्णिकारध्वजं चापि 6. 111. 31". कर्णिकारमयीं मालां 6.7. 24. कर्णिकारमयीं शुभाम् 12. 310. 20. कर्णिकारमहास्रग्वी 13. 17. 133. कर्णिकारमिवोद्धृतं 7. 40. 5. कर्णिकारवनं यथा 5. 19. 154. कर्णिकारवनं रम्यं 6.7. 22. कर्णिकारवनायुते 12. 310. 11'. कर्णिकारस्रजप्रियः 12. App. 28. 320 post. कर्णिकारं तथाशोकं 14. App. 4. 1643 pr. कर्णिकारान्विचिन्वती 1. 204. 10. कर्णिकारान्विरचितान् 3. 155. 58". कर्णिकारान्सकेतकान् 3. 155. 45. कर्णिकाराः सुपुष्पिताः 9. 18. 49d. कर्णिकारेण केतुना 6. 45. 8. कर्णिकारैरशोकैश्च 1. 1246*. 1 pr.; App. 114. 5 pr. कर्णिकारैरिवाचलम् 4. 826*. 2 post. कर्णिकारैरिवाचलौ 7.76. 254. कर्णिकारैरिवावृतः 11. 19. 200. कर्णिकारो हिमात्यये 7.67. 69". कर्णिकास्थो महाराज 7.254*. 3 pr. कर्णिकाः कुन्तिकाश्चैव 6. 10.58".. कर्णिकोद्धरणं दिव्यं 3. 919*.5 pr. कर्णिनाताडयद्धृदि 7. 46. 20%. कर्णिना द्रोणतनयं 8. 15. 19%, -664
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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