SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 65
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ अथ वा धार्तराष्ट्राणां] श्लोकपादसूची [अर्थ वायुः समुद्भूतः अथ वा धार्तराष्ट्राणां 8. 677*.5 pr. अथ वा न च लिप्यते 13. App. 15. 2839 post. अथ वानडुहे राजन् 3. 36. 33". अथ वानन्तरकृतं 12. 293. 200. अथ वा न प्रभुम्तत्र 12.599.5pr. अथ वा न प्रवर्तेत 12.208. 200. अथ वा नः पिता भवान् 3.298.5t. अथ वा नात्र चित्रं हि 13. 5. 100. अथ वा नार्जुनो धीमान् 3. 176. 320. अथ वा निक्षिपेद्भूमौ 13. App. 15. 3829 pr. अथ वा निधनं रणे 5. 169. 11. अथ वा निहते पार्थे 7. 157. 21". अथ वा निहतो स्माभिः 5. 157. 12. 9. 30. 33, 63%. अथ वा नृपकर्मणा 12. 34. 450. अथ वा नेच्छते तत्र 12. 189. 20%. अथ वा नेच्छसि प्रष्टुं 12.9.3. अथ वा नेह हन्तव्या 4.22.60. अथ वा नतदाश्चय 2.39.8. अथ वान्यां दिशं भूमेः 5. 98. 16. अथ वा पञ्च षट् सप्त 6.4.33*. 12. 103,214. अथ वा परिभुज्यन्तं 11.3. 11". अथ वा पश्चिमां दिशम् 5. 106.2. अथ वा पाण्डवार्थाय 6.72.230. अथ वा पाण्डवांस्तस्यां 1. 193. 90. अथ वापि चिरोषितम् 13. 37. 1. अथ वापि त्रिविष्टपे 14. 33. 4. अथ वापि प्रमाणवित् 3. 36. 4'. अथ वापि विवस्वता 2. 61. 364. अथ वापि शतक्रतुम् 4. 47. 17d. अथ वापि समग्रेण 1. 41. 11". अथ वापि सहस्रशः 12. 308. 161d. अथ वापि स्वतन्त्रासि 12. 308. 64". अथ वा पीडयामि त्वां 2. App. 39. 68pr. अथ वापीह दग्धेषु 1. 1470*. 1 pr. अथ वा पुरुषः कर्ता 12. 32. 16". अथ वा पुरुषैर्गद्वैः 3. 297.7". अथ वा पूर्ववरं त्वं 12. 136. 980. अथ वा पौरुषेणेयं 13. 40. 450. अथ वापि विकर्शनम् 15. 45. 27. अथ वाप्यनया गुा 7. 170. 464. अथ वाप्यनुबुध्येत 3.227.4". अथ वाप्यमरावतीम् 13. 54. 16d. अथ वाप्पमृतोपमम् 5. 132. 29deg. अथ वाप्यर्चनीयोऽयं 2.34. 11". अथ वाप्यहमेवनं 1. 112.274. अथ वाप्येक एवाह 8. 23.24". अथ वा प्रथमं कृता 3. App. 12. 16post. अथ वा प्रियदर्शनः 3. 278. 104. अथ वा फल्गुनस्यैषः 6. 103.370. अथ वा फल्गुनः सर्वान् 7. 169.564. अथ वा फल्गुनेनाद्य 9.31. D. अथ वा बहुनैतेन 6. 32. 42". अथ वा ब्राह्मणश्रेष्टं 13. 138. 11". अथ वा ब्राह्मणानां तु 14. App. 4. 279 pr. अथ वा भरतश्रेष्ठ 7. 11. 11. अथ वा भर्तरि मृते 13. App. 15. 4669 pr. अथ वा भसिता देव 13. App. 15. 4631 pr. अथ वा भाज्यमेवं हि 6.72.26. अथ वाभ्यर्थनामिन्द्रः 14.95.21". अथ वा मतमेतत्ते 13. 1. Bf. अथ वा मत्कृते प्राप्तः 7. App. 3. 24 pr. अथ वा मत्प्रसूतश्च 7.50. 18". अथ वा मद्वचः श्रुत्वा 3.25 1:". अथ वा मद्विनाशोऽयं !. 115, 30% अथ वामनकं गच्छेत् 3.81.869. अथ वा मनसः सङ्गं 12.208.1M. अथ वा मन्त्रबह: 12.205. 300. अथ वा मन्यसे कृष्ण 2.31.64. अथ वा मन्यसे ज्यायान 5.76. 174. अथ वा मन्यसे भारं 1.12.26. अथ वा मन्यसे राजन् 4. 63.35%. अथ वा मम कीचक 4. App. 22.21 post. अथ वा मरुतां श्रेष्टः 3.298.3. अथ वा मायया देव 12. App. 28. 3N5 pr. अथ वा मासमप्येकं 13. 116.620. अथ वा मित्रसदनं 13. 99.5". अथ वा मलघातेन 5.70.660. अथ वा मृगलिप्सया 1.76.11. अथ वा म्लेच्छदेशेषु 13. App. 15. 3609 pr. अथ वा य उपाध्यायः 1. 38, 160. अथ वा यदि कन्येयं 1. 180.7". अथ वायं सुमन्दात्मा 3.9.94. अथ वा यां नलो वेद 3.69.27. अथ वा यास्यसे तत्र 1. 117. 114. अथ वायुरपोवाह 1. 28.10. अथ वायुः समुद्भूतः 15.45. 194. पादसूची-8 - 57 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy