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________________ अथ रुक्मरथो नाम] महाभारतस्थ [ अथ वा धर्मराज्ञाह अथ रुक्मरथो नाम 7. 1. 9. अथ रुद्र उपाधारत् 12. 330. +70. अथ रुद्रविधातार्थ 12. 330. As". अथ रूपं परं राजन् 12. 311. ". अथर्भपुत्रः कौन्तेय 1. 160. 1:30. अथ कादयोऽभ्येत्य 1. ".. अथर्वन्गच्छ मध्यक्षं 3.1:.. अथर्ववेदप्रवराः 1. 64. 3:30. अथर्ववेदप्रोच 3. 280. 20% अथर्ववेदमत्रैश्च 5. 18.5. अथर्ववेदवित्सर्वं 13. 413*. 1 pr. अथर्ववेदश्च तथा 2. 11.23. अथर्ववेदे वेढ़े च 13. 10. 310. अथर्वशिरसा चैव 14. App. 4. 3378 pr. अथर्वशिरसान्वितम् 1. 582*. 2 post. अथर्वशिरसि श्रुतम् 3. 289, 20". अथर्वशिरसे नमः 13. App. B.A. 3:30 post. अथर्वशिरसोद्गतैः !.585*. : post. अथर्वशिरसोऽध्येता 13. 90.20. अथर्वशीर्षः सामास्यः 13. 17.88. अथर्वसु निदर्शिताः 13. 101.01. अथर्वाङ्गिरसधैय 2. 122*. 1 pr. अथर्वाङ्गिरसं तदा 5. 18.. अथर्वाङ्गिरसं नाम 5. 1S.M. अथर्वाङ्गिरसावा 8. 24. 80". अथर्वाङ्गिरसी ह्येपा 8. 49. 69". अथर्वाङ्गिरसे तदा 5. 18.64. अथर्वाङ्गिरसैतथा 12. 322.34. अथर्वाणमथाश्रितम् 3. 212. 17. अथर्वाणविदस्तथा 12. 330. 31". अथर्वाणं तथा चापि 3. 212. 10. अथर्वाणं सुरर्पषः 3. 212. 17. अथर्वा त्यस जल्लोकान् 3.1:. 18. अथर्वा प्रीतिमानुपात् 13. App. 10. 120 Host. अथर्वाय नमो नमः 13. App. 6. ar post. अथर्वा सवृहस्पतिः 13. 15.21. अथर्यशकं विकृतं समीक्ष्य 3. 111. 17". अथर्षयश्च देवाश्च 1. 7. 130.9. 41. 384. अथर्षयः सगन्धर्वाः 13.82. s. अथर्षयः समुहिन्नाः 1. 1. 14. अथर्षयः संग्रहृष्टाः 13. App. 16. 112 pr. अथर्षिरभिसंप्रेक्ष्य 13. 20. T14. अथर्षिश्चोदयामास 13. 52. 250. अथ लद्देश्वरो मानी 3. 1259*. 1 pr. अथ लोकमिमं जित्या 1. 86. 16. अथ लोकः प्रसीदति 3. 27. 16. अथ लोकान्समस्तांश्च 2. App. 21. 224 pr, अथ वक्ष्यसि मां मौख्यात् 7. 169. 334. अथ वक्ष्यामि सोमक 3. 127. 17. अथ वर्णावरे जाताः 13. App. TA. 45 pr. अथ वाणि चित्राणि 5. 150.220. अथ वर्षशते पूर्णे 5. 104. 150. अथ वह्निः सुयुप्सया 13. 81.35d. अथ वा कम्पयत्विति 12. 314. 10. अथ वा कं नरं लोके 8, App. 6. 16 pr. अथ वा कीचकस्याहं 4. 397*.: pr. अथ वा कुञ्जरं मत्तं 4. 44. 130. अथ वा कुरुनन्दन 2.34.9". अथ वा कुरुपुंगव 2. 34.8. अथ वा कुशलाः केचित् 1. 193. 80. अथ वा कुपणैरेतां 2. 34. 18". अथ वा गोसहस्राणि 4. 29. 10. अथ वाग्निं समायाति 12. 192. 118. अथ वा जायमानस्य 3.9. 11". अथ वा तदुपादानात् 12.32. 140. अथ वा तानुपायातः 4. 42. 13. अथ वा तिष्ट बीभत्सो 7. 168.20*. अथ वा ते ग्रहीयन्ति 3. 8.94. अथ वा ते घृणा काचित् 12. 36. 460 अथ वा ते भयं जातं 3.240. 38". अथ वा ते मतिस्तत्र 5. 176. 34". अथ वा ते स्वभावोऽयं 12. 16. 16. 14. 12.78. अथ वा तो गतौ तत्र 12. 193.20. अथ वा घरते भवान् 3.70. 15. अथ वा त्वां महीपाल 13. 137. 230. अथ वा दक्षिणाशिराः 13. 107.72". अथ वा दर्शनीयाभिः 1. 193. 15. अथ वा दापयेद्धृतम् 13. App. 12. 32 post. अथ वा दिवसान्तरः 11. 3. 12. अथ वा दुर्मरं तात 14.68. 100. अथ वा दुकृतस्य त्वं 8.30.64". अथ वा दुःखशैथिल्यं 12.308. 49. अथ वा दैवतैः पार्थ 6. 115. 62". अथ वा द्रुपदो राजा 1. 193.5". अथ वा धर्मसेतं त्वं 3. 291. 100. अथ वा धर्मराज्ञाहं 14. 68.9". -56
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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