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________________ एतस्यापि ह वै सगै] महाभारतस्थ [एतानि मनसा ध्यात्वा 13. App. 3274 pr., 282 pr. एता धर्मस्य संहिताः 1. App. 66. 11 post. 12. App. 13. एतस्यापि ह वै सर्ग 13. App. 3. 296 pr. 11 post. एतस्याभिमुखं वीर 4. 50. 13". एतानजित्वा सगणान् 7. 53. 28. एतस्यार्थे च कौन्तेय 12. App. 4. 53 pr. एतानजित्वा संग्रामे 2. 161*. 4 pr. एतस्याहं न पश्यामि 6.28. 33%. एतानवागतान्पुरा 13. App. TA. 6 post. एतस्याः सलिलं मूर्धा 3. App. 16. 17 pr. एता नदीः समाहूय 13. App. 15. 4451 pr. एता नद्यस्तु धिष्ण्यानां 3. 212. 24. एतस्योरसि सुव्यक्तं 3. App. 16. 123 pr. एतानद्य हनिष्यामि 6. 60. 10. एतं कुरुश्रेष्ठतमं वदन्ति 3. 254.7. एताननिर्जित्य रणे 7. App. 16. 3 pr. एतं ग्राम जयेत्पूर्व 14. 42. 14. एतानन्यान्महावृक्षान् 1. 1537*. 4 pr. एतं चाहर निस्त्रिंशं 4. 40. 4. एतानन्यांश्च राजेन्द्रान् 2. App. 21. 457 pr. एतं ज्योतींषि सर्वाणि 3. 160. 24". एतानन्यांश्च विविधान् 3. 155. 43. एतं दृष्ट्वा भृशं श्रान्त 3. 10. 11". एतानन्यांश्च सुबहून् 6.73.7". एतं दोष पुरा दृष्ट्वा 13. 52. 8". एतानपि निषादी त्वं 1.25.4". एतं धर्ममजानत 12.336. 15". एतानपि रणे पार्थ 3. 855*. 1 pr. एतं नः संशयं विप्र 12. 327. 4". एताननिमिगतान् 2. 33. 24deg. एतं पर्वतराजानं 3. 160. 11". एतानवमतान्कृत्वा 2. App. 20. 29 pr. एतं प्रयच्छ मह्यं त्वं 13. 4. 31deg. एतानवेक्ष्य धर्मज्ञ 2. App. 15. 233 pr. एतं प्रश्नं भगवम्मे विचक्ष्व 3. App. 21. 91. एतानशिष्टान्बुध्यस्य 12. 152. 19". एतं ममेह संदेहं 13. 128. 22. एतानष्टौ गुणान्प्राप्य 13. App. 15. 4309 pr. एतानहत्वा न मया तु शक्यं 8.45, 63. एतं मे संशयं छिन्धि 13. 133. 44. एतानापततः सर्वान् 6. App. 4. 252 pr. एतं मे संशयं देव 13. 129. 34"; 130. 370; 131. 5%3 एतानासाद्य संसारान् 13. 112. 69". ___App. 15. 2235 pr.; 3851 (subst.) A l pr. एतानासेवते यस्तु 12. 185. 18%. एतं मे संशयं देवि 12. App. 15. 95 pr. एतानास्थाय वै तात 3. 232.90. एतं मे संशयं विद्धि 12. App. 15. 45 pr. एतानि च ततोऽन्यानि 12. 159. 36*. एतं मे संशयं सर्व 13. 126. 25deg%3; 127. 49". एतानि चत्वार्यभयंकराणि 5. 35. 389. एतं मे संशयं सर्वे 13. App. 15.85 pr. एतानि चान्यानि च कौरवेन्द्र 7.7. 296. एतं वै ब्राह्मणं क्रूरं 7.73.9". एतानि चैव नामानि 12. 421*. 1 pr. एतं शक्नोमि निश्चयात् 2. 62. 16. एतानि जयमानानां 6. 4. 250. एतं हि पुरुषव्याघ्र 6. 46.6%. एतानि ज्ञातिकार्याणि 5.62. 16. एतं हि मन्त्रं त्रिदशामिजुष्टं 13. App. 14. 255. एतानि तु निमित्तानि 2. App. 28. 89 pr. एता जात्यस्तु वृक्षाणां 13. 99.24". एतानि तु यथाकालं 1. 111. 136. एताञ्जित्वा महावीर्यान् 8. 46. 136. एतानि ते सन्तु गृहे सदैव 5. 40. 84. एताशोकभयोत्सेकान् 12. 275. 18. एतानि दिवसान्यस्य 8. 5. 720. एता दिव्याः सप्त गङ्गाः 6.7. 47. एतानि नव सर्गाणि 12. 298. 250; App. 29C. 114 pr. एता दीर्घमिवोच्छुस्य 11. 16. 47. ___13. App. 3. 300 pr. एतादृशं वचः श्रुत्वा 3. 262.29%. एतानि पञ्च तीर्थानि 1. 2039*. 1 pr. एतादृशः केशवोऽयं स्वयंभूः 13. 143. 450. एतानि पार्था निर्जित्य 5. 88. 93. एतादृशानि दुःखानि 3. 13. 106%. एतानि पावकात्प्राप्य 2.7*. 6 pr. एतादृशे क्षत्रियसंनिवेशे 3. 252. 4. एतानि पुरुषव्याघ्र 13.58.6". एतादृशौ नरवरौ समेतौ 8.881*. 1. एतानि ब्रह्ममुख्यानां 5. App. 2. 23 pr.. एतादृशौ फल्गुनवासुदेवौ 8.57. 49. एतानि मनसा ध्यात्वा 13. App. 14. 97 pr. -544 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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