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________________ उत ते वेद यदलम् ] महाभारतस्थ [उत्कोचनपरायणाः उताहो नेति संशयः 12. 215. 2. उताहो पारलौकिकम् 3. 181.8. उताहो बधिरा ह्यासन् 7. 1379*. 4 pr. उताहो बलिनः कृते 12. 218. g. उताहो भास्विदर्कस्य 7. App. 8. 281 pr. उताहो वानृतं किल 1. 676*. 3 post. उताहो वाप्युच्चतां नीचतां वा 3. 133. 14. उताहो वा मदोन्मत्तान् 1. App. 115.8 pr. उताहो सत्यमेव तु 13. 54. 154. उताहो सर्वसैन्येन 7. 8. 24. उताहोऽसि वराङ्गना 3. 61. 115. उत ते वेद यद्बलम् 5.75.29. उतथ्यपुत्रं गर्भस्थं 1. 98. 14. उतथ्यमब्रवीद्वाक्यं 13. 139. 20%. उतथ्यस्य यवीयांस्तु 1. 98.7% उतथ्यं तु महाभाग 13. 139. 11. उतथ्यं समपश्यत 13. 139. 10. उतथ्यः सुमनाभवत् 13. 139. 28. उतथ्यः सुमहातेजाः 13. 139. 29". उतथ्यात्क्षत्रियं वरम् 13. 139. 31". उतथ्यार्थे तु चार्वङ्गी 13. 643*. 1 pr. उतथ्येन महात्मना 12. 328. 44. उतथ्येऽन्तर्हिते चैव 12. 328. 44. उतथ्यो नारदं तदा 13. 139. 17'. उतथ्यो ब्रह्मवित्तमः 12. 91. 1, 2. उतथ्यो ब्राह्मणर्षभः 13. 139. 31. उतथ्यो ब्राह्मणोत्तमः 13. 139. 24. उत बालस्य पण्डितः 3. 134. 344. उत बालाय पाण्डित्यं 5. 31. 2. उत यज्ञा उतायज्ञाः 12.255. 37. उत यान्त्यपरामपि 12. 190. 14. उत वा प्रेत्य तारयेत् 1. 147.5*. उत वा मायया यया 2. 11. 6. उत वा मां न जानासि 5.74. 3. उत वा विदुषो विद्वान् 3. 134. 34. उत वा शूद्रयोनिजान् 1. 187.3. उत शल्य विजानीहि 8. 30. 41", 48",576, 67". उत सन्तमसन्तं च 5.31. 1". उत सांग्रामिको रथः 13. 53. 276. उताबलस्य बलवान् 3. 134.346. उताबलं बलीयांसं 5. 31. 1. उताहो एक एव तु 12. 338. 1. उताहो किं तपो भवेत् 12. 214. 36. उताहो क्रियया वर्णाः 13. App. 15. 1516 pr. उताहो गोषु संश्रिताः 13. App. 9. 110 post. उताहो तापसापि वा 1. 776*. 1 post. उताहो तेज इत्युत 3. 29. 3. उताहो त्वं मन्यसे सर्वमेव 5. 29. 19%. उताहो त्वां स्तुतयो मादयन्ति 3. 134. 28. उताहो द्वेष्टि मां भवान् 2. 50. 100. उताहो धर्मः प्रतिहन्ति पापम् 5. 42. 156. उताहो धृतिमत्तया 12. 215. 12. उताहो नाममात्रं वै 12. 30.30. उताहो नेति वासव 5. 17.4. उताहो स्विद्भवेद्राजा 3. 69. 26*. उताहोस्विद्विरोचनः 5. 205*. 1 post. उत्कण्ठां विजहिष्यसि 3. 88. 30f. उत्कर्षति जलात्कश्चित् 1. 209. 9. उत्कर्षति धनुःश्रेष्ठं 4. 48.5. उत्कर्षन्तं च वै वासः 2. App. 31. 3 pr. उत्कर्षन्तं विकर्षन्तं 7. 1004*. 2 pr. उत्कर्षन्तौ विकर्षन्तौ 1. 1538*.7 pr. उत्कर्षार्थ प्रयतते 12. 280. 3. उत्कला मेकलाः पौण्ड्राः 7. 32*. 1 pr. उत्किरन्तमिवावनिम् 13. 114*. 2 post. उत्कृत्तवदनैर्देहै : 7. App. 15. 38 pr. उत्कृत्तशिरसश्चान्यान् 11. 16. 53%. उत्कृत्तानि विशां पते 3. 131. 29deg. उत्कृत्य कर्णो ह्यददात् 1. App. 43. 35 pr. उत्कृत्य कवचं यस्मात् 7. 155. 19. उत्कृत्य च शिरांस्युग्रः 7.7.16. उत्कृत्य तु प्रदास्यामि 3. 294. 30*. उत्कृत्य वक्षः पतितस्य भूमौ 8. 61. 6. उत्कृत्य विमनाः स्वाङ्गात् 1. 104. 19%. उत्कृत्योत्कृत्य मांसानि 13. App. 8. 47 pr. उत्कृष्ट एव तु ग्राहः 1. 208. 11. उत्कृष्टतलनादितः 1. 201.31% 213. 54. उत्कृष्टभेरीनिनदे 1. App. 103. 121 pr. उत्कृष्टसिंहनादाश्च 5. 139. 35. उत्कृष्टहेमविकृतां 6. App. 4. 224 pr. उत्कृष्टं मतिमानरः 2. 35. 27. उत्कृष्टैः सिंहनादैश्च 9. 22. 173. उत्कृष्य पाशान्मौर्वीणां 4. 557*. 2 pr.; 565*. 2 pr. उत्कोचकाच पिशुनाः 13. App. 15. 2735 pr. उत्कोचनपरायणाः 13, App. 15. 1927 post, -442 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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