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________________ इहस्थो देहमुत्सृज्य ] श्लोकपादसूची [ईक्षस्वैतां भारती दीर्यमाणां इहस्थो देहमुत्सृज्य 13. App. 10. 431 pr. इहस्थो वरवर्णिनि 5. 103*. 1 post. इहस्थोऽहं तपोधन 12. 27. 24. इह सात्वा तपोयुक्तान् 3. 634*. 1 pr. इह स्यान्मकरध्वजः 7. 86. 25'. इह स्वस्ति यथा भवेत् 4. 491*. 7 post इह ह्येतदुपादत्तं 13. 94. 25". इहागच्छेद्विदुरो वा द्वितीयः 5. 30.6. इहागतं द्विजश्रेष्ठं 9. 41. 11: इहागतेषु पार्थेषु 1. 193. 14". इहागतो जटिलो ब्रह्मचारी 3. 112.1". इहागमनजं फलम् 5. 111.6. इहागम्य क नु गतः 1. App. 72. 42 pr. इहागम्य तु याचित्वा 12. 192. 74. इहागम्य निवेदितम् 4. App. 28.2 post. इहागम्य हि मां राजन् 12. 192. 59". इहाग्निसूर्यवायवः 12. 309. 54". इहादित्याश्च रुद्राश्च 5. 129. 3. इहाद्य वै गृहीत्वा तत् 12. 192.956. इहापि निन्दितः प्रेत्य 13. App. TA. 275 pr. इहापि विषयः सर्वः 13. 118. 17" इहाप्लुतानां कौन्तेय 3. 109. 18"; 630*.6 pr. इहायाताः कुरूद्धहाः 3. 180. 4. इहायान्ति सहस्रशः 3. 130. 14. इहासीत्पूर्वमेव तु 9. 261*. 2 post. इहासीना भविष्यामि 1. 321*. 1 pr. इहासे मुनिसत्तम 3. 187. 40. इहास्ति नौ विवादोऽयं 12. 192. 84deg. इहाहमागतो दिष्टया 3. 205. 14. इहाहमिच्छामि तवानघान्तिके 4.6. 80. इहेच्छन्ति परत्र च 1. 845*. 2 post. इहेदानीं ततो रामः 12. 48. 9. इहेमां रजनीं साधो 12. 344. 6*. इहैकस्थं जगत्कृत्स्नं 6. 33.7". इहैत्य कृष्णा पाञ्चाली 2. 60. 10%. इहैव इति निद्भुतम् 7. 414*. 3 post. इहैव गतमोहेन 12. 308. 31. इहैव गर्भे तेन पितब्रवीमि 3. 652*. 3. इहैव चैनं भोक्ष्यामि 12. 292. 330. इहैव ते निवर्तन्तां 12. 101. 300. इहैव ते पाण्डवा वीर्यवन्तः 1. 189. 32". इहैव ते शास्त्रकारा भवन्ति 5. 44.6deg. इहैव तैर्जितः स्वर्गः 6. 27. 19*. इहैव त्वमवामुहि 2. App. 42. 18 post. इहैव वहमासिष्ये 7. 105. 21". इहैव त्वं मां प्रतीक्षस्व राम 16. 5. 6. इहैव दृश्यते राज्ञः 6. 108. 30deg. इहैव देवताश्रेष्ठं 13. 14. 50%. इहैव परिलम्बताम् 14. 63. 13. इहैव परिवर्तन्ते 12. 185. 23deg; 299. 13. इहैव पाण्डवाः सर्वे 5. 129. 36. इहैव पुत्रो निक्षिप्य 3. 72. 14. इहैव प्रायमासिष्ये 10. 11. 15"; App. 1. 25 pr. 14.79. 17. इहैव फलमासीनः 12. 133. 19". इहैव भव भद्रे त्वं 1. App. 112.5 pr. इहैव यत्कृतं कर्म 13. App. 14. 402A 1 pr.; App. 15. 2129 pr. इहैव यत्कृतं पुंसां 13. App. 15. 2226 pr. इहैव लभते सुतान् 13. 15. 2136 post. इहैव वर्तमानास्ते 1. 194. 30. इहैव वसती भद्रे 3.62. 36. इहैव वस्तव्यमिति 1. 1468*. 3 pr. इहैव विलयं यान्ति 12. 179. 12deg. इहैव शोषयिष्यामि 15. 44. 386. इहैव सर्वे शृण्वन्तु 2. 60. 10deg. इहैव संप्रवेष्टाहं 7.51. 37. इहैव सा भ्राम्यति क्षीणपुण्या 13. 90. 39. इहैव हर्षोऽस्तु समागतानां 3. 161. 12. इहैवानुप्रवेक्ष्यते 12. 250. 28. इहैवाशुभकर्मा तु 14. 17. 34". इहैवास्मद्दिदृक्षया 3. 11.4". इहैवास्स्व प्रतीक्षाव 5. 35. 86. इहैवैकस्य नामुत्र 14. App. 4. 2458 pr. इहैवैतामानय प्रातिकामिन् 2. 60. 16. इहैवैतांस्तुरा सर्वान् 2. 64. 10%. इहैवैष्यन्ति पाण्डवाः 1. App. 95. 50 post. इहैवोच्चावचाम्भोगान् 14. 17. 33deg. इहैषां दोषवद्वासं 1. 193.76. इहोपयातेति स पापबुद्धिः 8. 46. 40deg. इहोप्य भरतर्षभ 1. App. 114. 307 post. ईक्षते पाकशासनिः 4. 886*.8 post. ईक्षते योगयुक्तात्मा 6. 28. 29. ईक्षस्वैतां भारती दीर्यमाणां 8.54. 21".
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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