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________________ इति ब्रुवन्तो भयवेगचेतनाः] श्लोकपादसूची [इति मां सोऽब्रवीद्वत इति ब्रुवन्तो भयवेगचेतनाः 4. 482*.7. इति ब्रुवन्तो वेगेन 7. 88. 4. इति ब्रुवन्नन्वचरत् 5. 94. 80. इति ब्रुवन्नरपतिः 15. 33. 20deg. इति बुवनलो राजा 3. 59. 30. इति बुवन्निववृते 2. 67.5". इति ब्रुवन्पाण्डवेयान् 3. 154. 3. इति ब्रुवन्प्रशमय मेऽद्य फल्गुन 8. 46. 484. इति बुवन्स नृपतिः 3. 7.50. इति अवाणं तमहं 5. 179.70. इति ब्रुवाणं तमृर्षि 12.253. 100. इति अवाणं मद्रेशं 8. 31. 56'. इति ब्रुवाणं राजानं 3. 206*. 1 pr. इति बुवाणं सुमनाः किरीटिनं 8.738*. 1. इति ब्रुवाणः शैनेयः 9. 145*.2 pr. इति बुवाणा अन्योन्यं 8.33. 49. इति ब्रुवाणा वाक्यानि 4. 18.7". इति ब्रुवाणाः संमूढाः 7. 18. 13. इति ब्रूयात्सुमन्दधीः 6. 62. 19deg. इति भक्त्या स्तुतो मया 13. 17. 150. इति भर्तृवतं कुर्यात् 13. App. 15. 4499 pr. इति भार्गव शुश्रुम 13. 389*. 11 post. इति भीताः प्रदुद्रुवुः 1. 1663*. 4 post. इति भीमो व्यवस्यैव 1. 138. 31. इति भूतानि मेनिरे 7. 63. 3243; 1026*. 3 post. 11. 9. 20. इति भूतानि संपश्यन् 12. 172. 18". इति भूमेर्वचः श्रुत्वा 13. 100. 24. इति भूयः समाचक्ष्व 12. 553*. 11 pr. इति भ्रमन्ती ददर्श 3. 261*. 1 pr. इति भ्रातृवचः श्रुत्वा 14. 75. 24". इति मत्वा तदा चाहं 13. App. 15. 299 pr. इति मत्वा तमास्थितः 12. App. 17C. 63 post. इति मत्वा द्रुतं कर्णः 1. 1877*.2 pr. इति मत्वा न सजेत 6. 25. 284. इति मत्वा प्रियं पुत्रं 1. App: 75. 26 pr. इति मत्वाब्रवीद्धमै 5. 126. 44. इति मत्वा भजन्ते मां 6. 32.8. इति मत्वाभ्यभाषत 1. 29. 224. इति मत्वा महादेवी 13. App. 15. 4445 pr. इति मत्वा वचोऽब्रवीत् 1. 778*.2 post. इति मत्वा व्यवस्थिताः 7. 53. 6", 8. इति मत्वा शमं व्रजेत् 1. 693*. 9 post. 7. App. 8. 582 post. इति मत्वा स चात्मानं 14. 83.26%. इति मत्वा हृदि मतं 13. 18. 28deg. इति मद्रानवारयत् 9. 17.2. इति मन्त्रात्मदैवतम् 13. 301*. 6 post. इति मन्यामहे सर्वे 7. 102. 850. इति मन्येत तत्त्ववित् 12. 238. 196. इति मन्येत धर्मवित् 13. App. 14. 557 post. इति मन्येत ब्राह्मणः 5. 42. 23. इति मन्येत मानितः 5.42. 29". इति मन्येदमानितः 5. 42. 29'. इति मन्ये द्विजोत्तम 14.70*.1 post. इति मन्ये परंतप 8. 43. 50'. इति मयो विजानीयात् 12. 157. 5. इति मातङ्गवचनं 5. 125. 20*. इति मामब्रवीत्कर्णः 7. 123. 40. इति मामब्रवीत्सूत 7. 23.8%; 110. 3. इति मामब्रवीदृषिः 3. 176. 21". इति मामब्रवीद्वाल्ये 6. 103. 88. इति मामब्रवीभृगुः 12. 3. 220. इति मामब्रवीद्राजा 15. 19. 14. इति मामब्रवीद्वचः 9. 2. 27d. इति मामब्रवीन्मुहुः 4. 1100*. 11 post. इति मामभ्यपद्यन्त 12. 217. 30deg. इति मामसकृत्क्रुद्धः 8. 383*.3 pr. इति मामाह शर्मिष्ठा 1.73. 33". इति मामुक्तवान्वृषः 7. 120. 73... इति मासा नरव्याघ्र 13. 109. 300.. इति मां त्वं विजानीहि 12. 254. 13. इति मां नारदः प्राह 13. 278*. 1 pr. इति मां प्रतिभात्येतत् 7. App. 3. 19 pr. इति मां भयमाविशत् 2.71. 40". इति मां मस्यते जनः 12. 1. 224. इति मां मानवा विदुः 3. 297.72'. इति मां याचमानं वै 8. 382*: 2 pr. इति मां योऽभिचोदयेत् 8. 49. 9. इति मां योऽभिजानाति 6. 26. 14. इति मां विजयोऽब्रवीत् 3. 90. 4. इति मां विदुरोऽब्रवीत् 1. 133. 28. इति मां विद्धि भारत 3. 33. 2. इति मां विद्ध्यरुन्धतीम् 13. 95. 394 इति मां संगताः सर्वे 4.56.4". इति मां सोऽब्रवीद्वचः 15. 38.4. पादसूची-49 -385
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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