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________________ आश्रमाभिरता देव] लोकपादसूची [आश्रितास्ते नरर्षभाः आश्रमाभिरता देव 13. 130. 34". आश्रमाभ्यां ततः परम् 12. 237. 2. भाश्रमा मनुजव्याघ्र 3. 186. 439. आश्रमा विहिताः प्रभो 12. 62.2. आश्रमा विहिताः सर्वे 12. 63. 13". आश्रमाश्च महर्षीणां 3. 58. 21. आश्रमाश्च सुदुर्विदाः 13. 83.2". आश्रमाश्चाग्निसंस्काराः 1. 1613*. 1 pr. आश्रमास्तात चत्वारः 12. 276. 12". आश्रमांश्च महर्षीणां 5. 149. 680. आश्रमांश्च विचित्रांश्च 3. App. 21. 10%. आश्रमांश्च विशेषांस्त्वं 12. 33. 12. भाश्रमांस्तुलया सर्वान् 12. 12. 11. आश्रमाः के च पर्वताः 13. 27. 18. आश्रमाः सहपाषण्डाः 3. 189. 9. आश्रमे कृत्तिकानां तु 13. 26. 236. भाश्रमे क्रीडितं यत्तु 1. 128. 90. आश्रमे च कथं स्वयम् 9. 49. 234. आश्रमे च सदा मह्यं 13. 14. 189deg. आश्रमे चेह वत्स्यामि 3. 81. 114.9. 37. 48. आश्रमे जनितं ब्रह्मन् 13. 12. 33deg. आश्रमेण पथा सर्वैः 1. App. 47. 20 pr. भाश्रमे त्वभवद्वैभ्यः 3. 139. 3. भाश्रमे व्यवसत्तत्र 1. 622*. 1 pr. आश्रमे परिवारिता 5. 135. 14. आश्रमे पर्णशालायां 1. App. 51. 12 pr. आश्रमे पर्यधावताम् 5. 118. 2d. आश्रमे पुण्यकर्मणाम् 15. 34. 1'. आश्रमेऽप्यभवच्छतम् 13. 12.21". आश्रमेभ्यश्चतुर्योऽहं 15. App. 15. 4344 pr. आश्रमे यस्तु तप्येत 13. App. 15. 799 pr. आश्रमे यो द्विज हन्यात् 12. 112. 14". आश्रमे यो धनंजयम् 3. 226. 19'. आश्रमे रुद्रनिर्दिष्टात् 1. 1908*. 1 pr. आश्रमे वा वने वापि 14. App. 4. 2144 pr. आश्रमे वा वने वा यः 13.25. 12". आश्रमे वृषपर्वणः 3. 155.22". आश्रमे वै वसन्त्यास्ते 5. 174.90. भाश्रमेऽऽश्रमवासिनाम् 13. 10. 590. भाश्रमेषु चतुर्वपिं 12. 62. 6%; 65. 23. भाश्रमेषु चतुर्बाहुः 5. App. 3. 13 pr. 12. 154. 14. आश्रमेषु च भारत 12. 66. 35. माश्रमेषु च ये सन्ति 3. 100.2". भाश्रमेषु च रम्येषु 4. 25. 12deg. आश्रमेषु च सर्वेषु 12. 213. 8". आश्रमेषु नराधिप 12. 311. 27deg. आश्रमेषु महर्षीणां 3. 188. 65. आश्रमेषु महाभागान् 2. App. 21. 234 pr. आश्रमेषु यथाकालं 12. 87. 250. आश्रमेषु यथोक्तेषु 12. 111. 2. आश्रमेषु वनेषु च 12. 313. 20. आश्रमेषु वृथाचाराः 3. 186. 42". आश्रमेषु शिवेषु च 3. App. 17. 9 post. आश्रमेष्वग्निहोत्राणि 1. 202. 14". आश्रमेष्वधिकं चापि 1. App. 100. 29 pr. आश्रमेष्वाश्रमेव्वेवं 12. 234. 27. आश्रमे सुमहातपाः 12. 258. 75. भाश्रमे स्वे गतज्वरः 13. 22. 194. आश्रमैर्बहुभिर्युक्तां 2. App. 15. 30 pr. आश्रमोऽगस्त्यशिष्यस्य 3. 86. 14. आश्रमो राजसत्तम 5. 94. 21". आश्रमो वै वसिष्ठस्य 9. 41. 4". आश्रयत्याश्रमानपि 12. 292. 20. आश्रयन्त्याः स्वभावेन 12. 308. 57. आश्रयस्थानदोषेण 12. 37. 35deg. आश्रयस्व श्रुतिं स्मृतिम् 3. App. 21A. 233 post. आश्रयं धार्तराष्ट्रस्य 7. 73. 9deg. आश्रयं परिभस्य॑ते 9. 350*. 4 post. आश्रयं सर्वभूतानां 12. 200. 11". आश्रयामास भोजस्तु 9. 34. 136. भाश्रयिष्यन्ति च नदीः 3. 188. 60*. माश्रयो धार्तराष्ट्राणां 12. 1. 20%. आश्रयो नास्ति सत्त्वस्य 12. 187. 43deg3; 231. 14". आश्रावयञ्च तत्कर्म 3. App. 24. 76 pr. आश्रावयद्यथावृत्तं 6.91. 81. आश्राव्योऽथ हिरण्यदः 2. 7. 16". आश्रितस्य तु दौर्बल्यात् 9. 350*. 4 pr. आश्रिता तं रथश्रेष्ठं 1. 216. 12. . आश्रिता दक्षिणां दिशम् 12. 201. 280. आश्रिता धरणी पिण्डाः 12.333. 17'. आश्रितानां च रक्षिता 13. App. 8. 69 post. आश्रितानां मनुष्याणां 2.5. 82. आश्रिता वै क्षरं सदा 13. App. 11. 34 post. आश्रिता वै रथे तस्मिन् 5. App. 5.8 pr. माश्रिताश्रययोगेन 12: 308. 178deg. माश्रितास्ते नरर्षभाः 12. 262. 19. पादसूची-46 - 361 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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