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________________ अचिरेण हता लोक] महाभारतस्थ [अजन्म शिवमव्ययम् अचिरेण हता लोकं 8. App. 43. 131 pr. अच्छिद्रश्छिद्रदर्शी स्यात् 1. App. 81. 13 pr., अच्छिद्रहस्तपादा च 4. 333*.9pr. अच्छिद्रः पञ्चकालज्ञः 14. App. 4. 3375pr. अच्छिनकाममूलं सः 12. 171.51. अचिरेणाधिगच्छति 6. 26. 394. अचिरेणैव कालेन 1. 147.70; App. 105. 17 pr; 2.578.2pr.; App. 38. 35pr. ; App. 39. 1 pr. 5. 141. 41.9.2.52. 12.319.21. 13. 120. 70; 139*.2 pr.; App. 10. 363 pr., 404 pr. ; App. 15. 2528 pr. अचिरेणैव भारत 12. 39. 444. अचिरेणैव मारिष 7. 25.54. अचिरेणैव मे पुत्राः 11. 25. 33. अचिरेणोपगच्छति 13. App. 10. 281 post. अचीर्णब्रह्मचर्यो यः 10. 15.8". अचीर्णव्रतवेदा ये 14. App. 4. 502 pr. अचूर्णयत्तदा पार्थः 7. 68. 62deg. अचूर्णयं वेगवद्भिः 3. 168. 2. अचेतनप्रकृत्यैषः 13. App. 11. 290 pr. अचेतनश्चैष मतः 12. 302. 12". अचेतनस्य रुधिरं 8. 932*.7 pr. अचेतनं मनस्त्वासीत् 12. App. 1. 14 pr. अचेतनः सत्त्वसंघातयुक्तः 14. 47. 16. अचेतनाश्चेतयतुः 12. 204. 4. अचेतनांश्च मुनयः 1. App. 31. 13 pr. [अ]चेतयत्स ततः पुनः 12. 193.24. अचेष्टमानमासीनं 3. 200. 11. 12. 318. 136. अचैतन्यं न विद्यते 12. 177. 174. अचोदयत यन्तारं 7. 35. 1. 8.529*. 1 pr. अचोदयत्ततो वाहान् 4. 48. 13. अचोदयदमेयात्मा 1. 263*. 1 pr. अचोदयद्धयान्राजन् 9. 26. 26. अचोदयद्धयांस्तत्र 7. 64. 30%. अचोदयंस्तेऽथ चक्रुः प्रदीपान् 7. 138. 24*. अचोदितो धर्मपरः 12. 35. 20deg. अचोद्यमानानि यथा 12. 174. 12. 13. 1. 230. अचोरश्चोरशङ्कया 1. 57.77. अचौरश्चौरशङ्कायां 13. 18. 33". अच्छत्राश्चान्तरा राजन् 1. 1491*.2 pr. अच्छद्मनामायया च 1. 109. 130. अच्छाये विमलच्छाया 2. App. 28. 25 pr. अच्छिदं सहसा राजन् 5. 181.80. अच्छिद्रदशना च या 4.333*.9 post. अच्छिद्रपञ्चकालज्ञः 14. App. 4. 1206 pr. अच्छिद्गश्छिद्रदर्शी च 12. 138,7deg. अच्छिनत्सात्यकिस्तूर्णं 7. 164. 380. अच्छि नत्सात्यकी राजन् 7.95.339. अच्छिनत्सूतनन्दनः 7. 142. 114. अच्छिनद्धनुषां पार्थः 1. 1874*. 1pr. अच्छिनद्भगवानृषिः 12. 204: 15. अच्छिनन्नुत्तमाङ्गानि 6. 101. 21. अच्छिनं यदहं बाहुं 7. 966*. 1 pr. अच्छिन्दन्नुत्तमाङ्गानि 3. 169.20. अच्छिन्नं चरते तृणम् 13. App. 20. +7 post. अच्छिन्नाौस्तृणैदावः 13. App. 20.59 pr. अच्छेद्यममरैरपि 1. App. 1. 60 post. अच्छेद्यं रुचिरं चित्रं 4.742*. 1 pr. अच्छेद्यः सर्वतो वीर 8. 22. 48". अच्छेद्याश्चामराश्चैव 12. App. 29D. 49 pr. अच्छेद्याहारमार्गाणि 5. 150. 15. अच्छेद्योऽयमदाह्योऽयं 6.24.24. अच्छोदं नाम तद्दिव्यं 1. APP. 35. 16 pr.. अच्छोदा नाम विश्रुता 1. App. 35. Tbpost. अच्युतश्यावनोऽरीणां 12. 43.9". अच्युतश्छल इत्युक्तः 12. App. 30.6 pr. अच्युतस्तेन कर्मणा 12. 330. 16". अच्युतस्त्वगमवली 9. 34. 786. अच्युतस्य परं शुभम् 12. App. 30. 40 post. अच्युतस्याप्रमेयस्य 13. App. 3A. 515 pr. अच्युतं क्षत्रियर्षभम् 6. 15.6". अच्युतं च युधिष्ठिर 14. App. 4. 1659 post. अच्युतं न धनंजयम् 8. 5. 15. अच्युतः पुण्डरीकाक्षः 12. 202. 33. अच्युतः पुरुषोत्तमः 5.128.221. अच्युतः प्रथितः प्राणः 13. 135. 48". अच्युताच्युत मा मैवं 2. 18. 9". अच्युताय तुधाराय 13. App. 3.A. 340 pr. अच्युतायुषमेव च 8.50.52". अजकस्त्वनुजो राजन 1. 61. 17". अजगञ्चापि यद्भवेत् 12.316. 44. अजगरचरितं व्रतं महात्मा 12. 172.370. अजघन्यैर्गुणैर्युतः 1. 60. 47. अजन्म शिवमव्ययम् 12.305.21%, -26
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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