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________________ आत्मनः स्तवसंयुक्तं] श्लोकपादसूची [आत्मनो बलमाज्ञाय आत्मनः स्तवसंयुक्तं 8.25.9. आत्मना करणैश्चैव 12.59. 1320. मात्मना च महाबाहः 1. 114.20%. आत्मना चात्मनः पञ्च 1. 133. 23. आत्मना चापि जानासि 12.254.39deg. आत्मनात्मनि दारुणाम् 5. 133. 204. आत्मनात्मनि संपश्येत् 12. 308. 1320. आत्मनात्मनि संयोज्य 12. App. 17B. 129 pr. आत्मनात्मानमन्विच्छेत् 5. 34. 620. आत्मनात्मानमाश्वास्य ll. App. 1. 43 pr. आत्मनात्मानमास्थाय 12. 313. 1. आत्मनात्मानमेतञ्च 3. 1370*. 1 pr. आत्मनानर्थयुक्तेन 12. 174. 2". आत्मना न समं किल 1. 1615*. 5 post. आत्मनानुगृहीतायाः 1. App. 114. 243 pr. आत्मना नैव शक्यं हि 13. App. 15. 2514 pr. आत्मनापञ्चमोऽयुध्य 9.24. 47%. आत्मना प्राप्तमैश्वयं 12.82. 150. आत्मना भ्रातृभिश्चाई 3. 154.44deg. आत्मनामाङ्कितान्बाणान् 7. 134. 24deg. आत्मना यत्कृतं कृत्स्नं 12. 151. 23. आत्मना यत्सुनिर्मलम् 12. 582*.4 post. आत्मना यद्यथा कृतम् 13. App. 15. 2925 post. आत्मना युध्यतस्तस्य 4. App. 50. 4A 3 pr. आत्मनालोक्य पावकम् 3.212. 18. आत्मना विप्रहीणानि 3. App. 21A. 224 pr. 12. 290.82". आत्मना विहितं दुःखं 12. 174. 14(r). आत्मना विहितं सुखम् 12. 174. 14. आत्मनाशाय दुर्मते 7. 123. 14d. आत्मनाशाय मन्दधीः 13. 102. 254. आत्मनाष्टम इत्येव 12.59. 118%. आत्मना सप्तमं कामं 12. 171. 520. आत्मना सप्तमः कृष्णाम् 3. 251. 8. आत्मना सप्तमो राजा 17. 1. 23deg. आत्मना सर्वमोक्षिभ्यः 1. App. 111. 29 pr. आत्मना सूक्ष्ममात्मानं 12.289. 40deg. आत्मना स्थापनामात्रात् 13. App. 15. 2903 pr. आत्मना हि कृतं कर्म 6.73. 30. आत्मना ह्यात्मदीपं तं 12. App. 20. 93 pr. आत्मनां च सहस्राणि 12.289. 26". आत्मनिन्दात्मपूजा च 2. 41. 15. 8. 25. 80. आत्मनि प्रतिमुञ्चति 2. 61. 67*; 557*. 1 post. आत्मनिष्ठा स्वमायया 13. App. 3A. 451 post. आत्मनिष्ठोऽप्रजोऽपि वा 12. 169. 34. आत्मनिष्ठौ महाव्रतौ 12. 331. 234. आत्मनि स्थापयेन्मनः 13. App. 15. 4252 post. आत्मनि स्थितमव्ययम् 12. 316. 53. आत्मनि ह्यात्मपूरुषम् 12. App. 20. 93 post. आत्मनिःश्रेयसज्ञाने 12. 215.70 आत्मनिःश्रेयसं परम् 15. 12. 181. आत्मनिःश्रेयसं वचः 6. 41. 464, 72d. आत्मनिःश्रेयसं सर्वे 6. 103. 11". आत्मनीज्या निवर्तते 12.236. 244. आत्मनीनैश्च पुत्रकैः 3.217. 36. आत्मनीष्टे तथानिष्टे 12. 156. 11". आत्मने च परस्मै च 1. App. 111. 46 pr. आत्मनैकेन योद्धव्यं 12. 16. 21. 14. 12. 12. आत्मनैव प्रसीदति 12. 105. 52. आत्मनैव सहायेन 12. 317. 30deg. आत्मनैव हतः पापः 3. 198. 43. आत्मनैवं तथात्मानं 13. App. 15. 2943 pr. आत्मनैवात्मनस्तेन 1. 1793*. 6 pr. आत्मनैवात्मनो दानं 1. 67.7. आत्मनैवोपभुज्यते 6.73. 3. आत्मनोऽकथयत्प्रभुः 14. 60. 124. आत्मनो गुणवत्तरम् 7. 166.5.. भात्मनोऽङ्ग द्विधाकृतम् 1. 69. 31". आत्मनोऽङ्गान्महातेजाः 12. App. 16. 9 pr. आत्मनो जन्मनः क्षेत्रं 1. 68. 51".. आत्मनो जयगृद्धिनः . 471*. 1 post. आत्मनो जातिसंबन्धं 13. App. 15. 2320 pr. आत्मनोऽतिक्रमं पश्य 11. 12. 90. आत्मनोऽथ परस्य च 12. 138. 40. आत्मनो दर्शनं विद्वन् 12. 148. 19". आत्मनो दुष्टभावत्वात् 1.661*. 1 pr. आत्मनो द्विषतश्च यः 12. 114. 13. आत्मनो ध्यायिनस्तात 12. 232.26. आत्मनोऽध्रुवतां पश्यन् 12. 105. 18%. आत्मनो नाभिजानीते 12. 242. 8. . आत्मनो निग्रहस्त्यागः 12.59. 61deg. आत्मनोऽनुविधानाय 13. App. 15. 957 pr. आत्मनोऽन्येषु पश्यति 12. 251. 164. आत्मनो बन्धुरात्मैव 1. 67.7". आत्मनो बलमज्ञात्वा 12. 137.74deg. आत्मनो बलमज्ञाय 5. 33. 376. आत्मनो बलमाज्ञाय 3.261.249. - 317 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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