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________________ अन्यमानेषु पुनः] महाभारतस्थ [अहमस्य च सारथिः अहन्यमानेषु पुनः 12.259. 18". अहन्यमानो भयकृत् 5. 230*. 1 pr. अहन्यहनि काश्यप 12. 306. 53. अहन्यहनि चागम्य 12.253. 200. अहन्यहनि चाप्येतत् 3.93. 200. अहन्यहनि जायते 13.61. 30deg. अहन्यहनि जीर्यताम् 13. App. 15. 4076 post. अहन्यहनि तद्भावं 13. App. 12. 31 pr. अहन्यहनि तप्यते I. App. 73. 129 post. अहन्यहनि तेजस्वी 8. 1.35. अहन्यहनि दृश्यते 13. App. 15. 3329 post. अहन्यहनि धर्मस्य 3. 1. 23. अहम्यहनि धर्मेण 13. App. 14.519 pr. अहन्यहनि नाशयन् 8. 781*.2 post. अहन्यहनि पाण्डव 14. App. 4. 3389 post. अहन्यहनि पार्थानां 6. 17.50; 113.20%. अहन्यहनि पार्थिव 12. 299. 11'. अहन्यहनि पायनीम् 13. App. 98.71 post. अहन्यहनि भारत 9. 11.9". 13.2.95. अहन्यहनि भूतात्मा 12.201. 34. अहन्यहनि भूतानि 3. App. 32. 63pr. अहन्यहनि मजन्ति 12. 296. 49. अहन्यहनि मद्रेश 8. 23. 13. अहन्यहनि मे दीप्तं 7. 115. 10. अहन्यहनि मे पुत्राः 6. 85.2. अहन्यहनि युध्यन्तं 1. 6. 31". अहन्यहनि ये त्वेतान् 14. App. 4. 1500 pr. अहन्यहनि ये प्रोताः 13. App. 3. 19 pr. अहन्यहनि यो दद्यात् 13. App. 14. 379 pr. अहन्यहनि वध्येते 3. 1019*. 1 pr.. अहन्यहनि वा कुर्यात् 13. App. 15.3518 pr. अहन्यहनि वेदान्त- 16.52*. 6 pr. अहन्यहनि शान्तात्मा 13. App. 10. 488 pr. अहन्यहनि शूराणां 9.60.30".. अहन्यहनि संकुद्धः 6. 85.8. अहन्यहनि संदुह्यात् 12. 120. 31. अहन्यहनि संपश्येत् 13. App. 15.912 pr. अहन्यहनि संप्राप्ताः 6. 111. 4. अहन्यहनि हन्यन्ते 13. App. 15. 1036 pr. अहन्यान्युत्तमरूपधारिणः 1. 190. 139. अहसंशप्तकान्वहन् 8. 11. 1'. अहमक्षेवभिज्ञातः 2. 15.374 अहमग्निप्रभो नाम 12.274*. 1 pr. अहमग्निरहं हुतम् 6. 31. 164. अहमग्निः कुरुश्रेष्ठाः 17. 1. 364. अहमङ्गिरसो भार्या 3. 211. 30. अहमज्ञानजं तमः 6.32. 11". अहमत्र प्रवेक्ष्यामि 3. 128. 12. अहमद्य गमिष्यामि 7. 86. 15. 9. 31.50". अहमद्य तपोधन 1. 9. 22. अहमद्य रणे यत्तः 6. 112. 1064. अहमद्य विमुञ्चेयं 2.20.27. अहमद्योपयोक्ष्यामि 3. 176. 15. अहमन्तःशरीरस्थः 3. 275. 27. अहमन्नं प्रदास्यामि 3.4.2. अहमन्नं भवान्भोक्ता 12. 136. 160". अहमन्यान्महेष्वासान् 6. 103. 994. अहमन्वगमं दनम् 3. 62.24. अहमष्यत्र मुह्यामि 12.312.9d. अहमष्यत्र वत्स्यामि 12.345.124. अहमध्यत्र साचियं 1. App. 55. 108 pr. अहमप्यत्र सैरन्ध्या 4. 36. 220. अहमप्यद्य निश्चित्य 3. 227. 14". अहमध्यनुगन्ता वै 12. App. 2018. 167 pr. अहमपश्व कुशलः 3.72. 124. अहमष्यस्मि तृषित: 4.143*. 11 pr. अहमप्यस्य मूर्धानं 7. 169.78. अहमपागमियामि 1. 1172*.2 pr. अहमप्याददे वचः 5. 186. 33d. अहमप्युत्सहे लोकान् 1. 216. 299. 5. 103. 10. अहमप्युद्यतो दिवः 5. 96. 4". अहमप्युपवत्स्यामि 15, 6. 260. अहमप्यूर्ध्वरेता वै 1. App. 55. 12 pr. अहमप्येकमेवास्यां 5. 115.6; 116. 126. अहमप्येतदेव त्वां 15. 8. 4". अहमप्येवमेव त्वां 12. 151. 234. अहमप्येवमेवैतत् 1. 193.1". अहमष्येवमेवैनं 1. 69. 35. 12. 220. 920. अहमव्यक्तसंभवः 2. App. 21. 253 post. अहमश्वत्थरूपेण 14. App. 4. 3130 pr. अहमस्त्रर्बहुविधैः 3. 170. 25". अहमस्मि महीपीठे 5. App. 1. A pr. अहमस्मि सनातनम् 14.22. 154. अहमस्यर्जुनः पार्थः 4. 39. 50. अहमस्य करोम्यद्य 12. 137. 156. अहमस्य च सारथिः 3.72.94. -280
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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