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________________ अस्त्राणामिह दिव्यानां महाभारतस्थ [ अस्त्रेषु यत्प्रजानन्ति अस्त्राणामिनिपानी App. 9. Dpr. अस्त्राणां घोर पापा 3. 16s. 12. अस्त्राणां च जनेश्वर 3.53:". अस्त्राणां च धनुर्वेद 7.22.20. अस्त्राणां च परिक्रमात् .App.h post. अस्त्राणां च प्रणा शेन 18.563. अस्त्राणां च प्रभाव से 8.168.2.. अस्त्राणां च बलंग 4.51... अस्त्राणां च बलं सर्व9. 15. M. अस्त्राणां तय दिग्यान App. pr. अस्त्राणां चालकारिता 6. App. 4. Brasi, अस्त्राणां तवागत: 7.166. . अखाणां प्रतिपातेच. 165.50. अस्त्राणां संगमश्चैः 9.12.26. अस्त्राणि च तथा जान 1. 117pr. अस्त्राणि च महाणि 1. 1.1.20. अस्त्राणि च विधिलागि 7.THI. अस्त्राणि चैव लयाणि 1.12 अस्त्राणि चैषां गुरुवारवान. 150.25 अस्त्राणि तखी3.21.22.4APP 50. TIP. अस्वाणि तानिवानि 17.3 7.1509 अस्त्राणि दिष्यानि च सामि तय B .R. अस्त्राणि दिव्यानि शानि.25 . अस्त्राणि दिव्यानिक समान 3.02 . अस्त्राणे दिव्यानिस्तानातान .. अस्वाणि दिव्यानि समान मा.C1. अस्वाण दिव्याच्या समान 7... अस्वाण दिव्यावदानमाला 5.50... अस्वाणि दिरमामा: 12... 11'. अस्त्राणि पश्या समोर पानि 8.20.26. अस्वाणि सादियानि 3. 17055 अस्वाग से प्रनाम 16.0.1". अस्त्राणि मे समः 1. 121.2. अस्त्राणि लब्धानि च मान 3.16.13. अस्खाणि दरबालासा 12. 10.. अस्वाणि का प्रनानि 8.5. अस्त्राणि वा मीना 1. 151. 100; 1316. 111. अस्त्राणि विधिसूचना !, 450.3 pust. अस्त्राणि विधिय ... . अस्त्राणि विविधानिया. 20.20%; 129 15.5. 187.. 7.D.S:"120101. अस्त्राणि शिक्षणासास 1. 107 1 11. अस्त्राणि समवाहानि 3. 165.. अम्माणि सर्वतो मालाः 1. App. 97. 10pt. अस्वाणीच्छाम्यहं ज्ञातुं 3.163.470. अत्राणीति सरन्ततः 3. 164. 164. अस्त्राणीन्दाच रुद्राच 3.37. 300. 7. 11.230. अस्त्रायधीतवान्नाथः 3. 89. 12. अस्वाण्यस्वैर्यदा तव 7. 163. 29*. अध्यायात हे कोन्य 3. Abp. 4. 12pr. असाग्यालय पाण्ड: 7. 170.11. अचानस्व विदां वरः 3.113. I post. अस्त्रायुतं पाण्ज्य तेऽवशिष्टं 8. 819*. 1. अस्वाचितमरिंदम 1. 105. 13. अस्वार्थकृतनिश्रमम् 7. 15. 250. अखार्थनगमं पूर्व 1. 122. 24. अस्वार्थमवसभी ने 7.9. s. अस्वाधेवरसं स्वर्ग 3. 104.53. अस्वार्थमिदय गतं च पाथै 3. 113.20. अखाय दिशेश्वर 3. 164.25'. असा पायर्षभ 3.89.04. अलार्थिनं माद्यविध गृहाण 8.355.3. अस्वायन वालकमभ्युपेतम् 3. 161.10. अनायें च किरीटिना 1.128. I post. अस्थाय दिजसत्तमम् 1. 122. 46. अखे कृती निपुणः क्षिपन्तः 5.47. +3". अस्वंगुधनुराने च 1. 123.43. अस्खे व परमं योग 1. 123 1. अस्खेण क्षुद्रकर्मकृत् 7.168.21'. असेज चाप्यर्थकेन 1. 36. 38. अखंण दयितेनाजी 5. 184. 15. अस्त्रेण योधयुग्यासु 5. 350*. 3pr. अस्त्रेणामविपातेन 13.8+. 16*. अणावं समाहन्यात् 4.45. 19. अखणास्त्राणि सर्वशः 7. App. 15.32A perst. अधेशव महाबाहुः 2. App. 24.10pr. अवे ते वारुणानेये 7.73. 48. अखे दुर्वारपौलान् 7. 1. 13". अस्खे द्रोणार्जुनसमं 5.50. 117. अखे नारायणसमः 7.83.914. अस्त्रे नारायणे तदा 7. 167. 1". अश्ये प्रतिहते तथा 7. 171.24. असो योगो वृष्णिसिंहस्य भूमान् 5.47. 41". अस्त्रे शस्त्रे च शास्त्रे च 1. App. 80. 5.1 1 pr. अखेषु गतमानसः 3. 163. 46. असे या मानन्ति 5. CO. 2. --270 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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