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________________ अश्वै रथैस्तथा नागैः] महाभारतस्थ [अष्टाक्षरं परं मत्रं अश्वै रथैस्तथा नागैः 3. 198.8. अश्वैरपहृतो रणात् 7. 43.64. अश्वैरश्वा गजै गाः 7. 31.71". अश्वैरष्टौ महारथाः 7.79.5. अश्वैराकाशगैरिव 8. App. 18. 130 post. अश्वैर्गच्छति नित्यं यः 1. 1737*.2 pr. अश्वैर्निपतितैश्चैव 9. 17. 31. अश्वैर्वातजवैर्युक्तं 7. 122. 796. अश्वैर्वातसमैजवे 8. 1. 254. अश्वैविनीतैर्जवनैः 4. 12. 300. अश्वविपरिधावद्भिः 9.27.803; 28. 12*. अश्वैश्च धनुषा चैव 7. 12. 49. अश्वैश्च व्यपकृप्यन्त 9.22.50%. अश्वैश्चान्यैः प्रवेगितैः 7.901*. 1 post. अश्वैस्तैः समयोजयत् 5, 117. 18t. अश्वैः कपिवरध्वजम् 8. 59.1. अश्वैः सप्तशतैः शिष्टैः 9. 23. 1. अश्वैः संभिन्न देहैश्च 6. 89.27. अश्वो विद्वो ध्वजश्छिन्नः 7.67.3". अश्वोऽश्वं समभिप्रेत्य 6. 43. 79. अश्वौधाः पुरुषौघाश्च 6. 43. 82". अष्टकश्च शिबिश्चैव 1. 867*. 1 pr. 4.51. 9. अष्टकश्च शिबिः पूरः 4.917*. 30 pr. अष्टकस्त्वथ राजर्षिः 5. 120.120. अष्टकस्य च राजर्षेः 3.91.8. अष्टकायाश्च कः कालः 14. App. 4. 2407 pr. अष्टकाः पितृदेवत्याः 13. 148.25. अष्टकेन च वीर्यवान् 1. 81.54. अष्टकैतच्छुभाशुभम् 1. 862*. 8 post. भष्टघण्टां भयावहाम् 7.81. 28'. अष्टचक्रसमायुक्तं 7. 131. 280; 142. 340; 150. 12". अष्टचक्रं हि तद्यानं 6.9.161. 12.321. 11". अष्टचक्रां महाघोरां 7. 150.90%. अष्टचक्रां महारौद्रा 7. 131. 103. अष्टधा तु भवेत्कार्य 13. 47. 16. अष्टपञ्चाशतं राजन् 6. 13. 41". अष्टपञ्चाशतं रात्र्यः 13, 153. 20. अष्टपाद तीक्ष्णदंष्ट्र 12. 3. 13". अष्टपादृवचरणः 12. 117. 31". अष्टपान्नैकनयनः 12. 121. 14. अष्टबाहुर्जटी नागः 13. 102*. 2 pr. अष्टभिर्नवभिभीष्मः 6. App. 4. 223 pr. अष्टभिनिशितैश्चैव 7. 171.4G". अष्टभिर्भरतर्षभ 6. 110. 314. अष्टभिश्च वृकोदरम् 7. 42.". अष्टभिः श्रुतकर्माणं 8. 39. 15. अष्टभिः सात्यकिं विवा 7.96. 36. अष्टभ्यो राजसूयेभ्यः 13. 106.23. अष्टमश्चाप्यधःस्रोतः 12. App. 29C. 113 pr. अष्टमस्य प्रजापतेः 12. 201. 171. अष्टमं चाप्यथाध्यक्तं 13. App. 10. 483 pr. अष्टमं चाप्पधःस्रोतः 13. App. 3.299 pr. अष्टमं तमथो वित्त 1. 96. 10. अष्टमं तु जिघांसन्त्या 1. 947 *. 5 pr. अष्टमं तु मनो ज्ञेयं 12.794*. 3 pr. अष्टमं पर्व निर्दिष्टम् 1. 2. 1724. अष्टमं सर्गमित्याहुः 12.298. 23. अष्टमार्गी महाकक्ष्यां 2. App. 21. 1205 pr. अष्टमासेन तत्कुर्यात् 5. 35.57. अष्टमीकृत्यपरमैः 13. App. 15. 622A 2 pr. अष्टमी खुरपिङ्गाला 14. App. 4. 1819 post. अष्टमीनवमीप्रिये 4. App. 4E. 16post. अष्टमीमथ कौन्तेय 13. 109. 16". अष्टमीयज्ञपरता 13. 130. 154. अष्टमी वृत्तिरेतासां 12.221. 82. अष्टमों वा ऋतुस्नाता 1. 112. 37. अटमृति जगन्मूर्ति 12. App. 24. Gpr. अष्टमे द्वादशे वापि 3. App. 21.24. अष्टमेन तथा खगं 8. 19. 41. अष्टमेन तु भक्तेन 13. 109. 41". अष्टमेऽहनि रोहिण्यां 1, 133. 30%. अष्टमेऽहनि संप्राप्ते 3. 155. 20%. अष्टमो मधुसूदनः 2. App. 6. ++ post. अष्टमो ह्यद्य कालोऽयं 15. 7.30. अष्टम्यां तान्यगृह्णन्त 4.29.28. अष्टम्यां तु प्रकुर्वाणः 13. 87.12. अष्टम्यां पुनरस्माभिः 4.42. 11. अष्टम्यां सर्वपक्षाणां 13. 107.54. अष्टम्यां संध्ययोर्द्वयोः 14. App. 4.2129 post. अष्टयोजनविस्तीर्णी 2. App. 21. 1203 pr. अष्ट वर्षाणि सागरे 3. 1236*. 3 post. अष्टव्याकरणः कृपात् 2. App. 31.7 post. अष्टाक्षरमथापि वा 14. App. 4. 1553A 1 post. अष्टाक्षरविधानतः 14. App. 4. 2928 post. अष्टाक्षरविधानेन 14. App. 4. 1656 pr. अष्टाक्षरं परं मनं 3. 15.2pr. - 254 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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