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________________ अराजा राजयोग्यानि ] श्लोकपादसूची [अरुणायां यथाविधि 00.5 अराजा राजयोग्यानि 4. 120*. 65 pr. अराज्ञः श्रीः कुतो भवेत् 12. 131. 44. अराज्ञो राजवत्पूजा 2. 34. 21. अरातिनमरातिहा 7. 185*. 3 post. अराविरत्रिरित्येव 13.95.25%. अरात्रिरत्रेः सा रात्रिः 13.95. 250. अरान्तरेण शिरसा 13. App. 1A. 382 pr. अरान्तरेणाभ्यपतत् 1. 29. 4. अरालपक्ष्मनयनां 3.60. 324. अरावपपुचितं कार्य 12.374*. 1 pr. अरिक्षयं च संग्रामे 7. 165. 67. अरिणापि समर्थन 12. 136. 1930 अरिपक्षेण संबन्धं 5.98. 18. अरिप्रणुत्सुसिंहश्च 2. 8. 9". अरिभि तनिर्जितान् 2. App. 42. 14 post. अरिभिस्तो रणाध्वरम् 8.40. 89. अरिभिः प्रत्युपस्थितैः 4. 28. 13. अरिमध्यस्थमित्राणां 12.58. 10%; 59.52". अरिमध्यस्थमित्रेषु 15. 33. 4". अरिमित्रान्तरं तथा 12. 136. 2050. अरिमित्रभुदासीनः 12.59. 43 . . अरिलक्षणमेव तत् 12. 104. 494. अरिवधकृतनिश्चयो द्रुतं 8. 21. 13. अरिव्रतं नित्यमभूतिकामं 12. 115. 17. अरिशेपे भवति तु 9. 183*. 1 pr. अरिश्च मित्रं भवति 12. 81.89. अरिष्ट एष ते भ्राता 3. 178. 44. अरिष्टनेमिना प्रोक्तं 12.277.2. अरिष्टनेमिरित्येकं 12. 201.8. अरिष्टनेमि गरुडं सुपर्ण 5.69.59. अरिष्टनेमिः प्रद्युम्नः 2. 8. 20deg. अरिष्टं क्षेममध्यानं 3.149.21. अरिष्टं गच्छताव्यग्राः 1. App. 85.24 pr. अरिटं गच्छ पन्थानं 1. App. 114. 457 pr. 5. 135.226. 13. 14.23. अरिष्टं च महाबलम् 7. 82*. 2 post. अरिष्टं च महासुरम् 12. 844*. 1 post. अरिष्टं प्राविशन्धनम् 1. App. 81.210 post. अरिष्टं वृषरूपिणम् 12. 844*. 3 post. अरिष्टं व्रज पन्थानं 1.24.9.2.70.6%. अरिटं स्वस्ति गच्छत 2.65.2". अरिष्टानक्षतांश्चापि 3. 236. 13". अरिष्टानि च तत्त्वेन 12. 302. 186. 13. App. 11.27 pr. अरिष्टानि तु वक्ष्यामि 12. 305. 84. अरिष्टानि प्रवक्ष्यामि 13. App. 11. 370 pr. अरिष्टान्युपलक्षयेत् 13. App. 10. 282 post. अरिष्टान्राजगोलि हान् 4.22*. 1 pr. अरिटायास्तु यः पुत्रः 1.61.77. अरिष्टा वर्धयेत्सदा I. App. 105.9 post. अरिष्टाः स्युः सदा कुद्धात् 12. 151. Ire. अरिटैरिव दुर्बुद्धिः 1. 657*.3pr. अरिटोऽथ क्षरश्चैव 2. App. 21.616 post. अरिष्टो धेनुकश्चैव 5. 128. 46. अरिं च मित्रं च शीलवं च 5. 35.37. अरिंदमे फल्गुने विद्यमाने 5.26.26. अरिं विबूत तद्विप्राः 2. 20. 2. अरिं स निजघान है 2. App. 21.578 post. अरिं संमोहयन्निव 9.37. 200. अरीन्नन्तं धनंजयम् 8.59.. अरीन्धिशोकाभिनिरीक्ष्य सर्वतः 8.51 11". अरीन्हि विजिगीषन्ते 12, 108.7. अरुचिश्चाविशत्तत्य 1. App. 121.24 pr. अरुचिश्चाविशत्तीवा 1. App. 118.9612 pr.; App. 121. 27 pr. अरु नाशयिष्ये ते 1. App. 118. 104A 1 pr.; App. 121.29 pr. अरुज्ञानि विशोकानि 13.App. 15. 3229 pr. अरुणा यथैवास 1. App. 11.37 pr. अरुणश्चारुणिश्चैव 1. 114.62 अरुणस्तयोस्तु विकल: 1.27.31. अरुणानाम्रचूडं च 9. 45. 46. अरुणस्य तु तस्यानु 7. 159.". अरुणस्य भार्या शोनी तु 1 60.67. अरुणस्यानतो यान्ति 6. 8. 30deg. अरुणं गरुडं तथा 1.27.3. अरुणं चात्मनः गृष्टं 1. App. 14.5pr. अरुणं दर्शयामास 7. 150. 43. अरुणः सूर्ययन्ता च 4.635*. 3 pr. अरुणानुजवातयोः 9. 5. 10. अरुणाभा महाभागाः 9.45. 326. अरुणाभ्रावृताकारं 8.32.70. अरुणामानयामास 9.42.24. अरुणा मृत्तिका चैव 12. 37. 16". अरुणापामुपास्पृशत् 9. 42. 251 अरुणायां महाराज 9.42.25. अरुणायां यथाविधि 9.42,31. ---203
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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