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________________ अयं धर्मो महात्मभिः] श्लोकपादसूची [अयं शरो मे विजयावहोऽस्तु अयं धर्मों महात्मभिः 1. 188.8. अयं धात्रा विनिर्मित: 3. 66.64. अयं न बुध्यते तावत् 11. 4. 90. अयं नरो वै नागेन्द्र 1. App. 72.3pr.; App. 73.62 pr. अयं न सुकृतं वेति 12.263. 31". अयं नः प्रथयिष्येत 7. App. S.765 pr. अयं नः सर्वधर्माणां 13. 44. 28. अयं नाथस्तवाचिन्यः 13. App. 16. 177 pr. अयं नारायणः श्रीमान् 13. 126.50% App. 15.21 pr., 32pr. अयं नीलाम्बुदश्यामः 1. 138.22. अयं पन्था महर्षीणां 12.12.1:. अयं पन्थाः समाश्रितः 12. 256. 1. अयं परमको धर्मः 13. App. 15. 762 pr. अयं पार्थः कुतः पार्थः 7.64. 420. अयं पार्थादनवमः 2. App. 20.7 pr. अयं पितरमाज्ञाय 6. 115. 130. अयं पितामहेनोक्तः 12. 121.10. अयं पिता मे ब्रह्मर्षिः 1. App.65.4 pr. अयं पुण्यतमं नृप 3.129.30. अयं पुण्यो वनस्पतिः 1. App. 87. 12 post. अयं पुत्रस्त्वया राजन 1. 68. 15. अयं पुनर्मत्तगजेन्द्रगामी 4.1136*. 4. 15. 32. 6". अयं पुराणः श्लोको हि 3.284. 336. अयं पुरुषशार्दूल: 3. 151. 13. अयं पृथायाम्तनयः 1. 126.31. अयं प्रध्वंसनः कालः 3. 118. 6. अयं प्राणानुत्सिसक्षुः 12.51.9. अयं प्राप्तो वृकोदरः 6. 73.9". अयं प्राप्य महकृच्छ्रे 5. 132.8. अयं प्राप्य बरो नृपः 13. 139. 2. अयं प्रेतसमाकीर्णः 12. 149.91". अयं बकपतिः पार्श्व 12. 105. 314. अयं बलवतां श्रेष्ठः 1. 119. 26". अयं बहुधनो राम 2.53.22. अयं ब्रह्मन्नितो राम 13.3]. 470. अयं ब्रह्मविदां गतिः 6. 115.12. अयं ब्रह्मविदां श्रेष्ठः 6. 115.124. अयं ब्रह्मादिभिः सिद्वैः 13. 16. 386. अयं भगवता दत्तः 13. 134.20% अयं भगवता प्रश्नः 13. App. 15.4454 pr. अयं भद्रे तव मणिः 10. 16.26. क्षयं भारः समुद्यतः 3. Bst. अयं भावः परेऽचिन्त्ये 12. App. 19. 205 pr. अयं भीष्मम्तथा द्रोणः 5. 122. 47. अयं भोऽहमिति प्राह 13. App. 3A. 264 pr. अयं भ्राता तब श्रीमान् 1. 175. 104 अयं मणिरयं चाहं 10. 15. 31. अयं मध्ये स्थितोऽस्माकं 7.1.15.520. अयं ममाशां संहत्य 3. App. 31. 15pr. अयं मया पाण्डवानां धनुर्धरः 2.58.220. अयं महत्तरः पार्थ 7. 224*. 2 pr.. अयं महास्योऽप्रतिमो दृतः शरः 8. 67. 19. अयं मानुषयोनिस्थः 13. App. 15. 142 pr. अयं मा समनुप्राप्तः 6. 16. 134. अयं मुनिगणः सर्वः 13. 128. 21". अयं मे धास्यति श्रेयः 12.263.76. अयं मे न शृणोतीति 12.259. 86. अयं मे नाहुष सखा 5. 112. 11". अयं ने परमो धर्मः 13. App. 10. 157 pr. अयं यज्ञं कुरुते मे सुरेन्द्र 14. 10. 226. अयं राजकुले जातः 12. 107.9. अयं राजन्नवीम्येतत् 3. 257. 3". अयं राजानुशासकः 12. 192.84". अयं लोकहितार्थाय 2. App. 21.592 pr. अयं लोकः करियति 12. 90. 4. अयं लोकः सुपर्णानां 5.90.11. अयं लोकोऽक्षवस्तेषां 3.51. 16. अयं वत्से महाभागः 3. 287. 134. अयं वः प्रणिपातेन 1. 170.6. अयं वः फल्गुनो भ्राता 17. 1.37. अयं वा गच्छतुरणे 6.91.13. अयं वा बभ्रुवाहनः 14.82.34. अयं विष्णुः सखा तुभ्यं 12,279*. 1 pr. अयं वीरश्च गुरश्च 4.873*.2pr. अयं वै कीदृशस्तेन 3. 990. 20. अयं वै जननाद्विप्रः 12. 165.7". अयं वै त्वा याजयिता बृहस्पतिः 14.9.8. अयं वै दानवो ब्रह्मन 3. 96. 19". अयं वै नहुषः श्रीमान् 5. 11. 1. अयं वै परमो धर्मः 13. App. 14. 390A 1 pr. अयं वै सत्यजिद्राजन् 7. 16. 44. अयं वो रोचतां धर्मः 12. 110.234. अयं शतसहस्राणि 2. App. 21. 137] pr. अयं शब्दोऽत्र तिष्टताम् 4. App.3.2 post. अयं शरो मे विजयावहोऽस्तु 8. 67.22. 197
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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