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________________ अयं च पार्थः पुनरागतो नः] महाभारतस्थ [ अयं धर्मो भविन्यति अयं च पार्थः पुनरागतो नः + Aypt.:1. अयं च पार्थो जीभत्सुः 3.36. 1:20. अयं च पितृयानानां 13. 16.15. अयं च पुरुषव्याघ्र 7.App. ISBE अयं च पुरुषः कोऽपि 3.10.3F. अयं च पुरुषोत्तमः 10. 16. 14. अयं च प्रत्ययः कर्णे 7. 157. . अयं च प्रियकृद्रान 6.46 . अयं च बलवान्टर. 4.09.17. अयं च बलिनां श्रेष्ठः 2. 18. 150. 3.:56. अयं च ब्राह्मणः शीघ्रं 5. 4. 200. अयं च मार्गों मत्य नां 3. 147. 10". अयं च ने महाभाग 1. 98. :)". अयं च मोक्षकालानां 13. 16. B. अयं च युधि विक्रान्तो 5. 168. 220. अयं चरति लोकेऽस्मिन 3.75.7. अयं च शकुप्रवरः 3. 165.21. अयं च सर्वभूतानां 13. 16.3. अयं च सर्वराज्ञां यः 2.4p. is lip.; APP. 20. 13pr. अयं च सिद्धिकामानां 13.16.31. अयं चापि मनालः 6. 111.10. अयं चापि विशुदात्मन् 5. 178.23". अयं चापि सुकटते 12.::08. 60. अयं चाप्ययमानो मे 3.23*.ipr. अयं चिरोपितो राजन् 14.51. 10. अयं चैव परो धर्म 13. ADV. 11.212pr., 316A 13pr. अयं चैव सनातनः 12. 253*. 4 post. अयं चैवापरोधीः 13. App.11. 40Spr. अयं जेता खाण्डवे देवसंधान 8. . . अयं जेता मद्रकलिङ्गकया 8.13.7. अयं तत्र व्यतिक्रान्तः 2. APP:20. 2.1pr. अयं तत्राभ्यतिक्रान्तः 2.34.:. अयं तद्वेद सर्वशः 1.94.331. भयं तपस्त्री भगान् 3. 27. . भयं तव सुतस्तेषां 1. 950*. 1 pr. अयं तवार्थ हरते 12.83. 18. अयं तस्वाः पगिननं 3.218. . अयं तापत्प्रधश्चात 4. 11030. pat अयं तावत्प्रसाधतान् 4. 1103*. + post. अयं तिष्ठतु ते विध 1. 171. 196 अयं तु धर्मजतया महात्मा 5. 146. 316. अयं तु परमो धर्मः 13. 1:29. 10. अयं नु पापप्रकृतिः 13. 28. 12. अयं तु पुरुषो बालः 2. 35. 26. अयं तु भार्गवो नूनं 1. 170. 10 अर्थ तु सा वादयते 2. App. 38. 115 pr. अयं तु मे मणिर्दिव्यः 14.81. 9". अयं तु यत्कृते यूयं 1. 93. 37. अयं तु राजा परसन्यवारणः 4. App. 13. 9. अर्थ नु ययसा तुल्यः 2.242*. 3 pr. अयं तु वृषभः कस्मात् 13. App. 15. 310 pr. अयं तु सदृशो वीरः 8.22.50% श्यं तु सर्वयोधानां 7.5. 16. अयं ते कर्ण सारथ्यं 8.26. 1". अयं ते पशुरित्येवं 3.559*.2 pr. अयं ते पुण्डरीकाक्ष 5. 80.30% 11. 20.9. अयं ते पूर्वजो भ्राता 18. 4. 130. अयं ते मातुलः प्राज्ञः 4.45.224 अयं तेषां समन्तान 3.45.28. अयं ते सत्यवान्भर्ता 3. 281. 134. अर्थ त्राता हि नः सर्वान् 1. 1674.pr. अयं त्वनन्तरस्तस्मात् 1. 107. 2. अयं त्वन्यो गुणः श्रेष्टः 3.217.33d. अयं वशास्त्रविमूढः 9.59.6. अयं त्यानयितव्यस्ते 1.143. 18. अयं त्वां मामकरतीक्षण. 2.App. 28.131 pr. अयं त्वां शकुनिः प्राह 2. 45.7. अयं सुषिमणो देव 13. App. 15.569 pr. अयं त्वेको वृथादृष्टिः 5. 142. 16. अयं दातुं समुद्यतः 5. 102. 11'. अयं दुरात्मा द्रुपदस्य पुत्रः 6.73,39. अयं दुरात्मा बहश्च 3.235.7. अयं दुःशासनन्तस्य 2. App. 21. 1572A1pr. अयं देवनिवासो वै 3. App. 16.5 pr. अयं देशश्च कालश्च 1. App. 103.9 pr. अयं देशातिथिर्भ। 1. App. 114.71 pr. अयं देशातिथिः श्रीमान् 1. App. 114. 31 pr., 52 pr. अब देवतवंशो वै 13. 107.20. अयं दोषो निरन्तरः 5. 70.64. अद्ववन्तं भीतं मां 4. 1142*.3 pr. अयं धत्ते बेगुरिवात्मघाती 2.59.54 अयं धर्मश्च कालश्च 12. 192.51. अयं धर्मानुशासकः 12. 192. 1024. अयं धर्मान्सहदेवोऽनुशास्ति 2.58. 11. अयं धर्मो भविष्यति 12.91. 11. - 16 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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