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________________ अमृष्यमाणा व्यसनं ] महाभारतस्थ [अमोघां शक्तिमभ्येत्य अमृष्यमाणा व्यसनं 3. 56. 13. अमृष्यमाणा सा सीता 3. App. 28. I pr. अमृष्यमाणास्तं शब्द 7.79.16deg. अमृष्यमाणास्ते योधाः 14.85.24. अमृष्यमाणास्ते सवें 6.7.250386, 30%, अमृज्यमाणाः कौन्तेयं 7.61. 40%. अमृज्यमाणाः पार्थस्य 1. 212. 16. अमृष्यमाणाः संयत्ताः 7.613*.2pr. अमृध्यमाणाः संरब्धाः 7. 146. 1. अमृत्यमाणे दुर्धर्षे 7. 139.9. अभृष्यमाणे तु नराधिपेषु 1. 185. 4. अन्यमाणे संरब्धे 7. 130. 1. अमृन्यमाणो धतुमः 9. 20. 200. अमृष्यमाणो निधनं 7.123.56%. अमृध्यमाणोऽपसव्यं 3.20. 120. अमृप्यमाणो भगवान् 6.55. 66". अपृश्यमाणो भवतागुशिष्टः 7. 3. 23. अमृप्यमाणो मनसा 7. 118.21. अमृष्यमाणो व्यसनानि तानि 8.66. 430. अमृष्यमाणौ कृष्णायाः 4. 15. 10. अमेध्यपूर्ण यहाण्डं 12. 591*. 1 pr. अमेध्यमध्ये बसति 11. 1. ". अमेध्यमुममुजन्ति 14. App. 4. 1743 pr. अमेध्यबदनाः क्षिय 13. App. 9A. 130 pr. अमेध्या विधीयते 13. App. 10. 107 post. अमेध्ये वै गतप्राणे 2. 6.4. 6. अमेयात्मा केशवः कौरवेन्द्र 13. 143. 6. अमेयात्मा त्रिशूरुक् 12. App. 29C. 12 post. अमेयात्मा त्रिशूल रत् 13. App. 3. 187 post. अमेवात्मा महाद्रिधर 13. 135.32". अमेयाः केतवे गुणाः 7. 10. 39.; App. 3. 11 post. अमैत्री विकृतो भारः 14. 36, 11. अमोक्षणीयं देहि 1. 155, 526; APP. 79. 145 pr. अमोक्षयवत्र चैनं 1. 128*. Spr. अमोक्षयद्यातमनन्तजाः 3. 172, 19. अभोक्षयित्वा वैदेहों 3. 266. 350. अमोघधिसंकल्पं 6. App. 4. 325pr. अमोघक्रोधहर्षस्य 5. 38. 230. 12. 120.28. अमोचतेजास्त्वं देव 13. 83. 43". अमोघत्वं च विज्ञाय 1.27. 41. अमोघत्वाच बाणानां 8.433*. Dpr. अमोवत्वाद्विधेश्चैव 3. 110. 15. अमोघदर्शिन्मम येत्प्रसाद 12. 29. 140". अमोपदी भीमाहं 3.80.24. अमोघबलसंकल्पाः 3. 181. 120. अमोघवाणः सिद्धेपुः 7.75*. 1 pr. अमोबसविपद्यं च 3. 1301*. I pr. अमोघमशनिप्रभस् 1. APP. 80. 20 post. अमोघमस्वमददं 7. 28. 29. अमोघमिदनधास्तु 12. 106.4. अमोघवा महाराज 5.51. 52. अमोधया रणे शक्या 8. 2. 13. अमोधरेताश्च भवान् !. 1036*. 1 pr. अमोधरेतास्त्वं चापि 1. 99. 100. अमोघवीर्यस सतः 3. 110. 11. अमोघवश्व भवान् 1. 98. 13. अमोघस्सायो रौदः 3.App. 29.9 pr. अमोध चावाससम् 10.7.. अमोघ चैतदुद्यतम् 10. 15. 31. अमोघं चैव संध्य 6. 12. 14. अमवं तव विज्ञानम् 1.75.249. अमोघं दर्शनं मस 11.51. 11t अमोध दर्शन मा 1. APPERApr. 7. G9.58. अमोधनः कृतं तत्स्यात् 1.49. 16". अमोधं शरमादाय 3.262.21. अमोघः परमास्वस्थ 10. 16.8". अभयः पुण्डरीकाक्ष: 13. 185.23. अमोषः शुचि जित: 13. 133. 30'. अमोजः संवतो ह्यश्वः 13. 17.1.10. अमोघा गमनं कृता 9.36.530. अमोघातिथिनां या च 7.55. 27. अमोघा प्रवरा शक्तिः 3.201.20. अमघामप्रतिहत 1. 112*. 1 pr. अमोशाय सृगाक्षाय 8.24. 47". अमोवामा विवागर्थ 7.17.12. अशा रात्रयत्रापि 12. 465*. 1 pr. अमोधार्थ पुरंदरम् 3. 286.130. अनोधार्थः प्रसादश्च 13. 17. 89. अमघासु पतन्तीगु 12. 169.5deg ; 309. 17. अमोधासोण भगवान् 2. App. 28. 1Spr. अमोधास्य घटोत्कचे 7.155. 14. अमोघा हन्ति शतशः 3. 294.210. अमोधा घपतन्याणाः 6. 102. 1503112.71". अमोघां तां कथं शाफि7. 157.29. अमोघ देहि मेकि 3.286.1". अमोघां शक्तिमभ्येत्य 3.201.20%. - 192 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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