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________________ अन्योन्यं न सहिष्यन्ति ] श्लोकपादसूची [ अन्योन्येन तथा कुरु अन्योन्यं न सहिष्यन्ति 3. 188. 44". अन्योन्यं नातिवर्तन्ते 3. 202.8. अन्योन्यं नाभिभाषन्ते 12. 108.29. अन्योन्यं नाभिरक्षन्तं 3. App. 10. 40 pr. अन्योन्यं नाभिवर्तन्ते 6.6.8". अन्योन्यं नाभ्यरक्षन्त 3. App. 11. 30 pr. अन्योन्यं निघ्नतां चैव 7.729*. 4 pr. अन्योन्यं निघ्नतां दृढम् 8. 7. 424. अन्योन्यं निन्नतां राजन् 6. 104. 17. अन्योन्यं परिपप्रच्छुः 9.50. 39%. अन्योन्यं परिमुष्णन्तः 3. 188. 220. अन्योन्य परिरक्षद्भिः 9.7.9. अन्योन्यं परिरक्षामः 9. 17.24". अन्योन्यं पर्यकर्षताम् 7. 117.354. अन्योन्यं पर्यपीडयन् 7. 139. 300. अन्योन्यं पश्यतां तत्र 12. App. 29E. 122 pr. अन्योन्यं पातयित्वैवं 4. App. 25. 12 pr. अन्योन्यं पुरुषर्षभौ 4.54. 12. अन्योन्य प्रजिहीर्षन्तौ 7. 108. 29. अन्योन्य प्रति कौन्तेय 3.50. 16. अन्योन्यं प्रति च क्रोधो 1. 2. 1714. अन्योन्य प्रतिसर्पणम् 2. App. 28. 16 post. अन्योन्यं प्रतिसंरब्धाः 9.22. 680. अन्योन्यं प्रतिसंरब्धौ 8. 63. 28deg. अन्योन्यं प्रतिसंहतो 9. 4. 10. अन्योन्यं प्रत्यभावन्त 6. 48. 62deg. अन्योन्यं प्रत्यरुन्धताम् 1. 1655*.2 post. अन्योन्यं प्रीतिमन्तस्ते 6. 116.6. अन्योन्यं प्रीतिसक्ते च 1. 1020*. 1 pr. अन्योन्यं प्रेक्षमाणौ च 7. 164. 21. 8. 20. 15. अन्योन्यं बलदर्पितौ 3. 154,54. अन्योन्यं बाहुशालिनौ 4. App. 25. 13 post. अन्योन्यं भक्षयन्तो हि 12. 140. 27. अभ्योन्यं भुकुटीकृतौ 1. 204. 15. अन्योन्यं मुसलैस्ते तु 16. 2. 2. अन्योन्यं युधितावुभौ 2. App. 28. 165 pr. अन्योन्यं योऽभिदर्शयेत् 1. 204. 28deg. अन्योन्यं रथिनः पेतुः 6. 111. 41". अन्योन्यं वाग्भिरुयाभिः 9.54. 43. अन्योन्यं विचकर्षतुः 1. App. 93. 25 post. अन्योन्यं विजयैषिणी 1. 1537*. 10 post. अन्योन्यं विशिखैस्तीक्ष्णैः 6.51. 13. अन्योन्यं वीक्ष्यमाणानां 6.84*.3 pr. अन्योन्यं वीक्ष्य वीक्ष्यवं 15. 101 . 1 pr. अन्य न्यं धीरसंशब्दः 6. App. 4. 90 pr. अन्योन्यं वै प्रार्थयतां 7.66.420. अन्योन्यं वै समाश्निन्य 1. 1291*. pr. अन्योन्यं शरवर्षाभ्यां 6. 43. 185. अन्योन्यं शरवृष्टिभिः 8. 17.766. अन्योन्यं श्रावयन्ति स्म 8.36. 38". अन्योन्यं समनुज्ञाप्य 2.42.59. अन्योन्यं समपश्यन्त 6.90. 40. अन्योन्यं समभाषन्त 9. 18. 136. अन्योन्यं समभिप्रेत्य 12. 318. 20%. अन्योन्यं समरे क्रुद्धौ 7. 114. 14. अन्य न्यं समरे जन्नुः 6. 48. 68. 7. 139*. 1 pr. 8. 19. 486; 36. 1. अन्योन्यं समरे प्राप्य 8.51. 3. अन्योन्यं समरे योधाः 7. 128.9. अन्योन्यं समरे राजन् 6.71. 250; 80. 20deg. अन्योन्यं समरे वीरौ 7. App. 11.20 pr. अन्योन्यं समलीयन्त 7.21.15. अन्योन्यं समविध्येतां 7.73. 32. अन्योन्यं समुदीक्षन्ते 8.773*. 6 pr. अन्योन्यं समुपाश्रिताः 3. 101.2. अन्योन्यं समुपाश्रित्य 7. 88. 32. अन्योन्यं संकुलं बभी 8.78*. 1 post. अन्योन्यं संततक्षतुः 6. 80.296. अन्योन्यं संततक्षाते 7. 122.59. अन्योन्य संपरिष्वज्य 10. 8. 1230. अन्योन्यं सायकैः शितैः 7. 107.32. अन्योन्यं सुकृतव्रणौ 8. 20. 16%. अन्योन्य स्पर्धमानाश्च 7. 33. 16. अन्योन्यं स्पृहयन्त्येते 12. 299. 120. अन्योन्यं हि रणे शूराः 6. 92. 44". अन्योन्यं हृष्टमनसः 12.315. 1. अन्योन्यागस्कृतां राजन् 6. 75.55. अन्योऽन्याजायते देहः 12. 211. 33. अन्योन्यातिशयैर्युक्तं 6. 107. 41. अन्योन्यानन्तरबलाः 4. App. 27. 13 pr. अन्योन्यानुग्रहे वृत्ते 12. 136. 158. अन्योन्यापाश्रयाश्चैव 14. 36.5". अन्योन्यापाश्रयाः सर्वे 14. 39. 2. अन्योन्यापाश्रयेण च 5. 36. 63'. अन्योन्याश्चैव तनवः 14. 19.210. अन्योन्येन तथा कुरु 1. 203. 194. पादसूची-17 - 129 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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