SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 131
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ अन्यः को वा याजयिता] श्लोकपादसूची [अन्यां वः का प्रयच्छामि अन्यः को वा याजयिता 1. App. 118. 39A 1 pr. अन्यः क्षेत्रज्ञ उच्यते 12. 294. 38". अन्यः पाण्डव विद्यते 7.764*.5 post. अन्यः प्रनष्टः पतितं विलोक्य 8. 1062*. 8. अन्यः प्रयोगे स्यादव 13. 1. 39. अन्यः प्राप्तस्य चान्यस्य 7. 31. 280. अन्यः प्रियतरो भुवि 6. 40. 694. अन्यः स पुरुषोऽव्यक्तः 12. 303. 13". अन्यः साक्षाच्छचीपतेः 1. 181. 18. अन्या कार्या कथंचन 3. 240. 24. अन्या चापहृतं कायात् 11. 18. 100. अन्या तत्कर्तुमर्हति 13. 47. 33. अन्यानतुलरूपाङ्गान् 1. 25. 29deg. अन्यानन्यांश्च पुरुषान् 10. 8. 634. अन्यानपि च बान्धवान् 1. App. 112. 8 post. अन्यानपि च भूषितान् 7. 413*. 1 post. अन्यानपि महारथान् 6. App. 4. 266A 1 post. अन्यानपि महाराज 6. 112. 1236. अन्यानपि महेष्वासान् 7.40.60. अन्यानपि वशे चक्रे 2,274*.4 pr. अन्यानपि स नः क्षुद्र 7. 1157*.2 pr. अन्यानपि सृजेयुश्च 13. 144. 11". अन्यानशक्तानपतीन्समीक्ष्य 1. 1891*. 9. अन्यानि च महातेजाः 1. 599*. 3 pr.. अन्यानि च महार्हाणि 2. App. 12. 42 pr. अन्यानि च सहस्राणि 12. App. 20.142 pr. अन्यानि चाङ्गानि तथा बलं च 5.290*.2. अन्यानि चैव भूतानि 1. 58. 32. अन्यानि धर्मकार्याणि 13. App. 15. 3118 pr. अन्यानि पञ्च वर्वाणि 6.34*. 1 pr.. अन्यानि पानानि च यानि लोके 8. 937*. 1. अन्यानि राज्ञां मणिभूषणानि 4. 1035*.4. अन्यानि लब्ध्वा रत्नानि 2. App. 12.92 pr. भन्यानि सर्वकार्याणि 13. App. 15. 3615.pr.. अन्यानि सर्वदेवानि 2. App. 21.58pr. अन्यानि संयाति नवानि देही 6. 24. 224. अन्यानि सुकृतानि च 7. App. 8. 601 post. अन्यान्दारानुपैयसि 12. 373. 2 post. अन्यान्परिवदन्साधुः 1. 69. 11". अन्यान्पश्यत्युपद्वान् 11. 4.6. अन्यान्बहुविधानराजन् 2. App. 35. 4 pr. अन्यान्वहूंश्च सुहृदः 7. 125. 21. अन्यान्बाणान्समीक्षस्व 14. 30. 84, 11, 14, 17, 200, 230365. I pr. अन्यान्यपि सुरम्याणि 13. 20. 330 अन्यान्विजेन्यसे शत्रून् 5. 93. 26". अन्यान्वै दिव्यवर्षांश्च 2. 281*. 2 pr. अन्यान्यभिचरन्त्युत 3. 928*. 2 post. अन्यान्सूतो न्ययोजयत् 7. 148.8. अन्यान्स्वादधिकान्राजन 2. 453*. 1 pr. अन्या भद्रे नयिष्यन्ति 4. 15.5". अन्याभिरुपशोभसे 12. 150. 17. अन्यामन्यां धनावस्थां 11. 2. 200. 12. 317. 196. अन्यामप्यन्यया पुनः 1. 1363*. I post. अन्यामधुपसेवितुम् 12. 173. 35. अन्यायपरिवर्जितम् 13. 113.23d. अन्यायमनुवर्तेत 5.81. 34. अन्यायवर्तिनश्चापि 3. 950*. 1 pr. अन्यायवृत्तः कुरुपाण्डवेयान् 5. 47. 10. अन्यायवृत्तः पुरुषः 12. 80. 11. अन्यायश्चावितर्कश्च 12. 152.6". अन्यायसमुपात्तेन 3. 245. 320. अन्यायाच महीक्षिताम् 12. 194*. 1 post. अन्यायाहितवर्जनम् 13. App. 15. 1484 post. अन्यायेन तथोक्तस्तु 2. 51. 23". अन्यायेन तु युध्यन्यै 9.07.4". अन्यायेन दुरात्मवान 2.351*. 1 post. अन्यायेन प्रवृत्तानि 12.65.31". अन्यायेन हतं दृष्ट्वा 9.62.9". अन्यायेन हनिष्यति 9.5.17. अन्यायेनार्थसंचयान 6. 38. 12. अन्यायेनेह यः कश्चित् 3. 152.6. अन्यायेनोपजीवनम् 12. 128. 250. अन्यायोपगतं द्रव्यं 14.91.23. अन्यायोपहृतं च यत् 3. App. 21A. 12 post. अन्यालोकान्सृजेदपि 13.54.27. अन्यावयवसौष्ठवम् 1. 1676*. 1 post. अन्याश्च यातनाः प्राप्य 13.555*. I pr. अन्यासका वियं कन्या 1. 1019*. 1 pr. अन्यासां हि पतीन्यान्ति 13. App. 15. 1990 pr. अन्यास्त्रि तो बहुतराः 9.35.22. अन्या हि नार्यस्तव कर्म कुर्यु: 4.267*. 13. अन्यां प्रेषय भद्रं ते 4. 14. 15. अन्यां योनि पवनाग्रानुसारी 1. 85. 18%. अन्यां योनि समापन्नौ 13. 9.89. अन्यां वः कां प्रयच्छामि 3.219. 18'. - 123 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy