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________________ अन्यदेहविषक्तो हि ] महाभारतस्थ [ अन्यः कृतयुगे कालः अन्यदेह विषक्तो हि 12. 140.55. अन्यदेहान्तरे च त्वं 1. App. 100. 113 pr. अन्यदेहेषु नः श्रुतम् 1. 696*. 2 post. अन्यहस्युनिबर्हणात् 12. 60. 17". अन्यद्दानं तु विप्रर्षे 13. 389*. 12 pr. अन्यद्धनुरुपादाय 8. 42. 10. अन्यद्रथ्यासु देवानां 13. 107.79%. अन्यद्रूपं समास्थाय 3. 154.5. अन्यद्रोचयतेऽफलम् 12.261. 330. अन्यद्रोचयते वस्त्रं 11. 3. 6. अन्यद्वपुर्विदधातीव गर्भः 1. 85.124. अन्यद्वर्षशतं रामः 2. App. 21. 474 pr. अन्यद्वा तत्र किंचन 12. 139. 324. अन्यद्वा विकृतं किंचित् 2. App. 27.15 pr.; App.28.52 pr. अन्यद्वा सुरभि नरः 13. App. 10. 206 post. अन्यदृणीतां मृत्योश्च 1. 201. 20deg. अन्यनाशेन जगतः 5. 480*.2 pr. अन्यपूर्वी स्त्रियं जातु 2. 42. 19. अन्बपूर्वेति मां साल्वः 1. App. 55.61 pr. अन्यप्रकृतियुक्तानां 13. App. 15. 984 pr. अन्यभावगतां चापि 1. App.b5. 10 pr. अन्यमन्यं जनाजनम् 12.295. 24, 264. अन्यमस्मै वरं दद्यां 8. 311*. 1 pr. अन्यमस्मै वरं देहि 14.54.27. अन्यमारोपयद्रथम् 6. 49. 364. अन्यमुत्पादयामास 1. 60. 439. अन्यमेव वरं दमि 1. 380*. 1 pr. अन्यमेवाहमिच्छामि 12. 263. 236. अन्यमौशीनराच्छैव्यात् 7. 9.65". अन्ययावर्तते पुनः 6. 30. 264. अन्यवत्किमिदं राजन् 14. App. 4. 3057 pr. अन्यवर्णत्वमागतम् 13. App. 15. 1519 post, अन्यवेषेण तु गतां 1. App. 115.52 pr. अभ्यश्च राजन्नवरः 12. 306. 750. अन्यश्च शश्वदव्यक्तः 12. 306.54". अन्यसक्तं किमर्थं त्वं 1. App. 55.36 pr. अन्यसतां वधूं कन्यां 1. App. 55.37 pr. अन्यसङ्गां गतापत्यां 13. App. TA. 211pr. अन्यस्तस्मात्सुरेश्वरात् 3. 233. 16*. अन्यस्मात्पार्थिवाद्यत्ते 1. App. 55.84 pr. अन्यस्माद्वा प्रतिग्रहात् 3. App. 21A. 179 post. अन्यस्मिञ्जन्मनि विभो 13. 104. 17. अन्यस्मिन्करणीये त्वं 1. 3. 1810. अन्यस्मिन्कि न पश्यसि 12. 308. 1264. अन्यस्मिन्क्रौञ्चदर्पहा 2. App. 21. 1490A 1 post. अन्यस्मिन्नण्डसद्भावे 12.56 1*.5 pr. अन्यस्मिन्नपि लोके हि 13. 8*.9 pr. अन्यस्मिन्नप कर्तव्ये 1. 192. 280. अन्यस्मिन्प्रेष्यमाणे तु 4. 4. 384. अन्यस्मिन्फल्गुनाहते 8. 27. 60%. अन्यस्मै त्वं गाण्डिवं देहि पार्थ 8. 49. 61. अन्यस्य चाप्युपस्थानं 13. 107. 26deg. अन्यस्य सव्यः सह चर्मणा च 8. 1062*. 11. अन्यस्य सासिनिपपात कृत्तः 8. 1062*. 9. अन्यस्यापि न पातव्यं 11. 14. 14. अन्य कामं वृणीव त्वं 13.254*. 8 pr. अन्यं कुरु मनोरथम् 8. 31. 600. अन्यं च मशकं विद्यात् 12. 303. 14". अन्यं च रथमास्थाय 7. 102. 89. अन्य जानीहि यः शक्यः 8. 30. 4. अन्यं तस्मै पुनर्दद्यां 8. 27.4. अन्यं तस्मै वरं दद्यां 8. 27.6, 9, 10deg ; 314*. 1 pr. अन्यं तु रथमास्थाय 7. 1275*.5pr. अन्यं दुर्योधनोऽदिशत् 7. 1114*. 1 post, अन्य देश जगाम ह 1. 225. 44. अन्यं देशं ततोऽगमत् 3. 212.9. अन्य देहं समास्थाय 12. 16.29. अन्यं न जानाति भवान् 6. App. 4. 205A pr. अन्य पुष्णाति मद्धीनं 4. 120*. 41 pr. अन्यं पृच्छाम कं वयम् 13. 47.24. अन्य प्रब्रूहि वापि त्वं 13. 139. 80. अन्यं भजति भारं 13. App. TA. 119 pr. अन्य रथं समारुह्य 7. App. 6. 8 pr. अन्य रथं समास्थाय 7.846*.7pr. अन्यं रथं समुपेत्याशु चैव 8. 612*. 4. अन्यं राजानमाधाय 5. 191.80. अन्य वरय भद्रं ते 1.51. 224. 3. 298. 14. अन्यं बरय शोभने 3.278.23. अन्यं वरं वृणीव त्वं 13. 256*.2 pr. अन्यं वा वरवणिनि 8.57*.2 post. अन्यं वृणीष्व पतिमाशु भामिनि 2. 63. 30. अन्यं सूनृतया गिरा 12.76. 31'. अन्यं स्यन्दनमास्थितः 9. 15. 664. अन्यः कार्यः स्वराष्ट्रेषु 12.87. 300. अन्यः कुरुपितामहात् 6. 48. 22". अन्यः कृतयुगे काल: 3. 148.60. - 122
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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