SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 113
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ अनुमस्ये कथंचन] श्लोकपादसूची [अनुरक्तां प्रियां मम अनुमंस्ये कथंचन 1. 149. 12. अनुमानये त्वां योत्स्यामि 6. 41. 64", 730. अनुमानये त्वां सैरन्ध्र 4. 217*. 1 pr. अनुमानाच्च पश्यामि 7. 115.6". अनुमानाद्धि गन्तव्यं 12. 199. 239. अनुमानाद्वि पश्यति 12.29. 424. अनुमानाद्विजानीमः 14.48.6. अनुमानेन माधव 9. 29, 454. अनुमानेन युध्यन्ते 9.22.5. अनुमानेन वा पुनः 13. App. 15. 929 post. अनुमानेन संज्ञाभिः 6.53.60. 7. 19.340; 138.20. अनुमानेन सिध्यान 12. 17. 494; 692*. 1 post. अनुमानैस्तथा शास्त्रैः 12.378*. 7 pr. अनुमान्य कृपं राजा 6. 41.71.. अनुमान्ध गुरून्सर्वान् 6. 41. 17. 12.56. 1. अनुमान्य च गाङ्गेयं 7. 1. 176. अनुमान्य समाचार्य 6.41.62. अनुमान्य पुनः पुनः 15.43. 174. अनुमान्य प्रसाब च 5.21. 18. अनुमान्ध महात्मानं 6. 115,4203 433*. Ipr. अनुमान्य महाबाहुं 12.15.1. अनुमान्य महामनाः 3.23.51". अनुमान्ध महाराजं 15. 15.124. अनुमान्ध महीपालं 14,71.26. अनुमान्ध यथान्यायं 12. App. 19.76 pr. अनुमान्ध यथाशाखं 6.41. 190. अनुमान्य रणे भीष्मं 6.93 12, 16. अनुमान्य विशां पते 7.66. 10%. अनुमान्य स तां राजन् 2. App. 15. 84 pr. अनुमान्यं च पाल्यं च 5.52*.2 pr. अनुमान्यः प्रसाद्यश्च 13. 107.466. अनुमान्याथ कौन्तेयः 6. 41.834. अनु मां तत्र गच्छेत्सा 1.75. 14'. अनुमृज्य च पाण्डवः 8. 66.5t'. अनुमृज्य च राजेन्द्र 8. 82*. 1 pr. अनुमेनेऽनये स्थितम् 12. 7. 26'. अनुमोदनात्याण्डवस्य 2.563*. 1 pr. अनुमोदन्ति शत्रवः 12. 101. 36deg. अनुमोदन्नु सुहृदः 8. App. 25. 6 pr. अनुमोदितो वा राजेन्द्र 14. App. 4. 61 pr. अनु यज्ञं जगत्सवं 12. 260. 33deg. अनुवातममित्रहा 3.266.. अनुयातश्च पितरं 5. 139. 320. अनुयातम्तवानुजम् 7. 102. 39d. अनुयातः सुरैः सर्वैः 3. 1082*. 1 pr. अनुयातापि पीड्यते 3. 198. 634. 12. 309. 10. अनुयाति न मुञ्चति 13. App. 15. 4423 post. अनुयातु गतिं नृपः 15.8.5. अनुयातोऽसि भारत 12.34. 214. अनुपात्रं यथासजं 6.93. 154. अनुयात्रिकमर्थस्य 12, 269. 100. अनुयान्तं महारथान् 6. 103. 34. अनुयान्तं महीचरम् 5.62. 100. अनुयान्ति महारथाः 8. 43.21. अनुयान्ति वरार्थिनः 3. App. 1. 10 post. अनुवान्ति स्म पाण्डवाः 2. App. 41. 12 post. अनुयामः सुधार्मिकम् 2. App. 41. 35 post. अनुयाय तु कौन्तेयः 7. 102. 1020. अनुयाय महाबाहुः 3.255. 57. अनुयास्यन्ति ते चास्मान् 4. App. 28. 12 pr. अनुयास्यन्ति सूतज 8.22.596. अनुवालाम कर्ण त्वां 822.60%. अनुयास्यामहे त्याजौ 7. 5. 29deg. अनुपात्यामहे वपम् 3.2. 104. अनुयास्यामि दासवत् 9. 4. 22d. अनुयास्यामि पाण्डवम् 7. 87.324. अनुयास्यामि बीभत्सुं 7.87. 4. अनुयायाव सहितौ 10. 4. 12. अनुयास्यावहे त्वां तु 10. 4. 94. अनुयाहि नराधिप 7.52.27t. अनुयुक्तश्च भारत 13.21. 18%. अनुयुक्तः स मेधावी 12. 172.94. अनुयुञ्जीत कृत्यानि 12. 120.20% अनुयोका च यो विप्रः 13. 24. 18. अनुरक्तमनुव्रतम् 3.74.21. अनुरक्तश्च तानासीत् 1.113.354. अनुरक्तश्च पाण्डवान् 1. 194. 10. अनुरक्तश्च शूरश्च 5. 168.240. अनुरक्तस्य भक्तस्य 13. 32*. 1 pr. अनुरक्तं बलं सारं 13 App. 15. 907 pr. अनुरक्ताभिरच्युत 11. 22. 10. अनुरक्ता मनस्विनी 1. App. 114.321 post. अनुरक्ताश्च विजये 8.24.2 pr. अनुरका हिता चैव 12. 142.1. अनुरक्तां प्रियां प्रिय 3. 67. 903; 72. 18t. अनुरका प्रियां मम 3. 281*. 2 post. पादसूची-14 - 105 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy