SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 106
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ अनिसृष्टोऽसि निष्कान्तः] महाभारतस्थ [अनुकम्पितुमर्हसि अनिसृष्टोऽसि निष्क्रान्तः 3.201.. अनिस्तीर्णो हि मां रोषः 1. 171... अनिस्राव्यं च दृषयेत् 12.09.37d. अनिहत्य रणे पाय 8. 22.32. अनीककर्णाधरो वजी रशी 4. 191*... अनीककर्णानधरो बलस्य मे ..Apps. 35. अनीकचरमच्युतम् 5. APP. 11. sport. अनीकजनसंसदि 5. App. 12. poot. अनीकधरमच्युतम् 5. 15. 11'. अनोकप्रमुखे तिष्ठन् 6. 17. 200. अनीकप्रवरं बुधि 7. B1. 18. अनीकभित्संगति वज्रकल्पम् 4.AP.H27. अनीकमध्ये तिष्ठन्तं 6.22.11"; 101 . अनीकमध्ये राजेन्द्र 8.1.0. अनीकमनुकर्षतः 6. 17.::. अनीकमपराजिती 7. 89.37. अनीकमभिवीक्ष्य तत् 1. App. 111. 106 Mist. अनीकमसतामेतत् 7.7.374. अनीकयो संहतयोः 12.97.84. अनीकसाइः पुरुषः 12.23.. अनीकस्थं युधिष्ठिरम् 7.22.01. अनीकस्थाः परस्परम् 8. 80. 11. अनीकं दक्षिणं राजन् 6.::.". अनीकं दशसाहस्रं 6. 18. 156358. 31.9.21.24. अनीकं दृढधन्वना 6.57. 17. अनीकं न तु शक्यं भोः 7. 102. 81. अनीकं पाण्डवस्य ह 5. 151. 18. अनीकं पाण्डुपुत्राणां 6.55. 360; 102.26. अनीकं भीमसेनस्य 8. APP. 18. Bspr. अनीकं ये प्रभिन्दन्ति 12. 101.27. अनीकं रथसंकुलम् 7. 114. 90%. अनीकं विष्टयोर्हष्टं 1. App. 111.11pr. अनीकं ध्यधमच्छरैः 4.6.21. अनीकं सहितौ तत्र 8. App. 18. 143 1. अनीकं सुदुरासदम् 7. 85.74. अनीकं हेमकुण्डलम् .. 99-4*.6 post. अनी कानां च संहारे 7.01.. अनीकानां प्रभझानां 7.30.0335*. 1 pr. अनीकानां प्रविभागेऽप्रकाशे 7. 154. 4:". अनीकानां विभागेन 3. 17. 4". अनीकानां समेतानां 6. 18. 46. अनीकानि च सर्वाणि 6. 16. 12. अनीकानि विनिधन्तं 6. 15.630. अनीकानि सहस्रशः 5. 197.204. 7.30.11. अनीकान्यनुसंयाने 6.2.1. अनीकान्याईमन्युद्धे 7.67. 34". अनीकान्धादवले मां 7. 126.3]". अनाकिनीनां प्रमुख महात्मा 6.56. 1. अनाकिनों दशगुणां 1.2.1. अनील यथास्केन 4.50. 1. अनी प्रतिवी क्षितुम् 7.142*. 3 post. अनी के व्यवस्थिताः 9.7.64. अनी केषु समन्ततः 7.72.. अनी फेणु सहस्रशः 6. 42. 10. अनी के स्वे महागजम् 7. 161.71". अनीकर्वहुसाहस्रः 6.50.71. अनीचै प्यविषयः 3.5*. 1 pr. अनीतिजं यधविधानजं सुखं 12. 120.50. अनी वो न चान्य न्यं 12. 222. 136. अनी गुप्तदारः सात् 5.3s. 100. 12.11.8. अनीा शीलमेव च 12.25.2 past. अनी युरनहंकारः 13. App. 15. 3915pr. अनी युदृढसंभाषः 12.223. 17. अनीशत्वात्मलीयन्ते 12. 200.8. अनीशत्वादनैश्वर्य 12. AP. 29C. 2302. अनीशश्चामानी च 10.2.24. अनीनस्थाप्रमत्तस्य 12.220.914. अनी शाश्वतः स्थिरः 13. 135. 50. अनीशास्ते भवन्तु च 5. 148. 15. अनीशेन हि जिवा 2.59.4. सनीवानेव राजेन्द्र 5.53. 19. अनीश्वरमतवं च 12.29.4. 40. अनीश्वरं विब्रुअन्त्वार्यमध्ये 2. 62.25. अनीश्वरः कथं मुच्येत् 12. 209. 3. अनीश्वरः प्रान्तात्मा 12.238.7%. अनीश्वरे बलं धर्मः 12. 132.7. अनीश्वरंऽयं पुरुषो भवाभवे 5. 39. 10. अनीहार्थः प्रशस्यते 3.2.4". अनुकल्पता सर्ववर्णान् 13. 107. 148. अनुकम्पार्थमच्युत: 7.61.21". अनुकम्पार्थमेव च 7. 85.66". अनुकम्पां हि अक्ते 3. 2.6. अनुकम्पितुमर्हसि 1. 13. 18. -98 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy