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________________ (231) उपनारे, विदेहघुमरीकणी वनसेन, धारिणीदेखे चवदसुपनारे सु० // 26 // वैद्यजीव चक्रोग्यारमें, वज्रनालथयोराणोरे, बाहुसुबाहू पी महापीठ, पांचमो नृपपुत्र जाणो रे सु० // 17 // चक्रवर्तीतीर्थकरपासे, दीक्षा लेवे मित्रसंगेरे, वीसस्थानक आराध्योजावे, जिनकृपाचनप्रसूरि रंगेरे // 20 // // ढाल त्रीजी // संजमपाली ज्येजणाजी, सर्वार्थसिधे जायजी, बारमोनवएजाणीयेजी, तेत्रीस सागरनोआयजी // ए॥ सुणो नवि. जिनचरित्रनेजी, सुणतां पापपलायजी, जिनचरित्र वखाणतांजी, जवनवसुकृतथायजी सु० // 30 // जंबुद्धीपमा ददिणेजी, लरतक्षेत्र मनुहारजी, मध्यखंम श्वाकु नूमिकाजी, कुलगर सातसुखकारजी, सुप् // 31 // नानि कुलगर सातमोजी, मरुदेवाजसुनारजी, आषाढवदिचोथऊपनाजी, मरुदेवाजदरमांसारजी // 32 // उत्तराषाढाच जाणीयेजी, कल्याणक सुखकारजी, चवदेसुपनादेखियाजी, नानि राजा अरथ विचा दयालजी, सुरगिरे स्नात्रमहोत्सवेजी, करी लाया सुरपति वालजी // 34 // नाम दीधो ऋषनेसरूजी, सुरपतिकरे विधि जोरजी, क्रमथी राज्यपाम्यो मुदाजी, लोकस्थिति सुखसोरजी सु० // 35 // नगरी अयोध्या वसायनेजी, इन्जे आपी तेणजी, राज्य करे प्रनु तिणसमेंजी, कृपाचन्मसूरि सुखलेणजी सु॥३६॥
SR No.032823
Book TitleBruhat Stavanavali
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhagubhai Panachand Jhaveri
PublisherBhagubhai Panachand Jhaveri
Publication Year1928
Total Pages418
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size24 MB
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