________________ प्रंसोगापात विभक्तिओं / पाठ पाट प्रसंगो / विभक्ति | जेनाथी छुटु पडवानु होय ते अपादान पंचमी विभक्ति पंचमी विभक्ति विना अव्यय साथे जोडाएला नामने | पंचमी विभक्ति थाय छे गुणवाचक हेतु नामने पंचमी विभक्ति थाय छे | पंचमी विभक्ति पाठ - 25. नियम -6 पाठ - 25. नियम -7 पाठ - 29. नियम -5 पाठ - 29. नियम -6 पाठ - 26. नियम -4 पाठ - 38. निमय - 4 पाठ - 40. नियम - 10 पाठ - 26. | नियम -5 पाठ - 26. नियम -6 पाठ - 40. नियम -9 पाठ - 45. निमय -7 |अमुक वस्तु लइने तेने बदले बीजी वस्तुने | पंचमी विभक्ति प्रति अव्यय ना योगमा पंचमी विभक्ति थाय छे नामनो बीजा नाम साथे संबंध होय त्यारे गौण नामने | षष्ठी विभक्ति षष्ठी विभक्ति थाय छे तुल्य अर्थवाला नाम साथे जोडाएला नामने षष्ठी विभक्ति षष्ठी विभक्ति थाय छे | सति सप्तमी थवाने प्रसंगे अनादर होय तो षष्ठी | षष्ठी विभक्ति | विभक्ति थाय छे सप्तमी विभक्ति अधीकरण ने थाय छे सप्तमी विभक्ति वस्तुनो आधार, रहेवा स्थान ते अधीकरण | सप्तमी विभक्ति जेनी क्रिया बीजानी क्रिया ने ओळखावती होय ते सप्तमी विभक्ति | सप्तमी विभक्ति | समुदाय मांथी जुदु पाड्या विना जाति गुण विगेरेनी | षष्ठी के सप्तमी मुख्यताए बुद्धिथी जुएं करवू होय त्यारे पंचमी ने | विभक्ति थाय छ। |बदले षष्ठी के सप्तमी विभक्ति थाय छे 11491