SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 312
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ हैमनिघण्टुशेषान्तर्गताना शब्दानामनुक्रमः / 275 शब्दः मुसटी मुसली पुं० मुस्ता मोघा मोचक मूळ 161 87 लिङ्गम् अर्थः प्रलोकः शब्दः लिङ्गम् अर्थः प्रलोकः मुनिद्रुम पु० अरलू-टर्टीटू 87 मेध्या स्त्री. श्वेतबज 312 मुरा स्त्री० एकाङ्गी 282 मेला गुली 250 मुशली मुसली २६४पा० मेषकुसुम पमाड 215 मुष्कक मोषउ 164 मेषशङ्गी स्त्री० मीढासिंगी 191 श्वेतकांग 395 मेषाक्ष पमाड 215 मुसली 264 मेहघातिनी स्त्री. पुं० मोथ मैत्र्य श्वेतलोध्र ११५पा० मुस्तक मोक्ष मोष उ 164 मुस्तकाभ का करहुले मोक्षक " १६४पा० स्त्री० मोथ 381 पाडला १९पा. मूत्रफला स्त्री० चीमडी शिरघू 88 पीलउनी 315 मोचा स्त्री. सीमळो मूल न. पुष्करमूल केलि मूलक पुं०.न. मूला अजमोद . 256 मूलकपल्लव पुं० शिरधू मोचिका जलब्राह्मो 358 मूषक मोषउ 164 मोमाली नीमाली २४०पा० मृगगामिनी स्त्री० विडङ्ग मोरटा पीलउनी 315 मृगाक्षी दन्तीप्रकार 203 म्डेच्छकन्द ल्हसणु 338 मृगादनी 203 मृगेर्वास यज्ञान उंबरा मृणाल त्रि. 333 यजिय पलाश मृत्युपुष्पा स्त्री. ताडो यमनि स्त्री० यवानि २५७पा० मृत्युफ़ल पुं० धमणउ यमलच्छद मृदङ्गकलिका स्त्री. घींसोडी 321 यमलपत्रक कांचणयरु ८टी. मृदुच्छद पुं० भूर्ज 117 यमश्वस कुन्द २४०पा० मृदुत्वक , यमानी स्त्री. यवानि 257 मृदुपर्णक कारेली यव पुं० जव 388 मृदुपुष्टा स्त्री० ताली १८२पा० यवतिक्ता जवासी 277 मृदुपुष्प पुं०न. सिरीसु 18 यवनप्रिय न. मिरी ३०४टो. मृदुपुष्पा स्त्री० ताली १८२पा. यवनाल जुवारि मृदुवल्क भूज ११७पा० यवनेष्ट नींब 137 मृदूफल कार मिरी मेघनाद तंडुलेजा 352 इंगली मेदा स्त्री० मेद 291 यवफल कुडउ मेध्य पुं० यज्ञियमुंज 377 वांसु 165 बिसु 182 106 आसद्रा स्त्री. 304 " 339
SR No.032753
Book TitleNighantu Shesh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyavijay
PublisherL D Indology Ahmedabad
Publication Year1968
Total Pages414
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size26 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy