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________________ COMeam ६-दीवान बहादुर सेठ केशरीसिंहजी, कोटा आप ओसवाल समाज के धन कुबेरों में से एक हैं। आपके द्वारा भी इस ग्रन्थ निर्माण में 8 अच्छी सहायता प्राप्त हुई। .-सिंघवी रघुनाथमलजी बैंकर, हैदराबाद (दक्षिण) आप सारे ओसवाल समाज में ऐसे प्रथम व्यक्ति हैं जो व्यक्तिगत रूप से इंग्लिश स्टाइल पर बैङ्किग, व्यापार सफलता पूर्वक कर रहे हैं। आपका हृदय बड़ा विशाल और सहानुभूतिपूर्ण है। जितनी ( प्रसन्नता हमको आपके सहयोग में रहने से हुई उतनी अन्यत्र कहीं न हुई । आपकी सहायताएं भी इस ग्रन्थ । निर्माण में बहुमूल्य हैं। ८-श्री कन्हैयालालजी भण्डारी, इन्दौर आप भारतवर्ष के मारवाड़ी ओसवालों में पहले या दूसरे नम्बर के इण्डस्ट्रियालिस्ट हैं । आप इन्दौर १ के "श्रीनन्दलाल भण्डारी मिल" के मैनेजिंग एजंट हैं । आपने भी इस ग्रंथ में अच्छी सहायता प्रदान की है। ९-श्री ईसरचन्दजी चोपड़ा, गंगा शहर ___आप बड़े उदार और इतिहास प्रेमी व्यक्ति हैं । आप कलकत्ते के जूट के प्रसिद्ध व्यवसायी हैं। ! आपने भी इस ग्रन्थ में महत्वपूर्ण सहायता पहुंचाई है। . १०-श्री इन्द्रमलजी लूणिया, हैदराबाद (दक्षिण) आप हैदराबाद के सुप्रसिद्ध सेठ दीवान बहादुर थानमलजी लुणिया के पौत्र हैं। आप बड़े १ सजन व्यक्ति हैं। आपने भी इस ग्रन्थ में. अच्छी सहायता की है। ११-श्री शुभकरणजी सुराणा, चूरू आप प्रसिद्ध व्यापारी और साहित्य प्रेमी व्यक्ति हैं। आपने भी इस ग्रन्थ में सहायता पहुंचाई है। १२-श्री तिलोकचन्दजी सुराणा, चूरू __ आप तेरा पन्थी समाज में गण्यमान्य व्यक्ति हैं। भाप कलकत्ते के मारवाड़ी समाज में । प्रतिष्ठित सार्वजनिक कार्यकर्ता हैं। इस प्रन्थ में आपने भी सहायता पहुंचाई है। nearcorner One
SR No.032675
Book TitleOswal Jati Ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorOswal History Publishing House
PublisherOswal History Publishing House
Publication Year1934
Total Pages1408
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size47 MB
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