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________________ ओसवाल जाति का इतिहास का काम होता है। आपके पुत्र मोतीलालजी, हीरालालजी, पनालालजी तथा झूमरलालजी व्यापार में भाग लेते हैं, तथा फूलचन्दजी और मंसुखलालजी छोटे हैं। यह परिवार नाशिक जिले के ओसवाल समाज में अच्छी प्रतिष्ठा रखता है। मोतीलालजी बम्ब के पुत्र हैं। लाला निहालचन्द नन्दलाल बम्ब, लुधियाना यह खानदान लगभग पांच सौ वर्षों से यहां निवास कर रहा है । इस परिवार के पूर्वज लाला सुक्खामलजी के लाला गुलाबामल जी बूंटामलजी, तथा भवानीमलजी नामक ३ पुत्र हुए। इनमें लाला गुलाबामलजी, के लाला निहालालजी, नरायणमलजी, सावनमऊजी तथा पंजाबरायजी नामक १ पुत्र हुए। लाला निहालमलजी बड़े धर्मात्मा व्यक्ति थे। आप यहां की ओसवाल समाज में नामांकित व्यक्ति थे। संवत् १९४९ में आपका स्वर्गवास हुआ। आपके पुत्र नन्दलालजी तथा चन्दूलालजी थे। लाला नन्दलाल जी लुधियाना के ओसवाल समान में प्रतिष्ठित व्यक्ति थे, आपका संवत् १९८२ में स्वर्गवास हुआ। आपके लाला जगनाथजी, अमरनाथजी, मोहनलालजी तथा पत्रालालजी नामक । पुत्र हुए। इनमें लाला अमरनाथजी मौजूद हैं। इस समय आप अपनी "निहालचन्द नन्दलाल" नामक फर्म का संचालन करते हैं । आपका परिवार पुश्तहानपुश्त से चोधरायत का काम करता आ रहा है। आपके पुत्र मदनलालजी हैं। लाला गुलाबामलजी के द्वितीय पुत्र लाला नारायणलालजी के पुत्र लाला खुशीरामजी बड़े मशहर तथा धर्मात्मा व्यक्ति हुए। मापने यहां एक उपाश्रय भी बनवाया था। लाला कालूमल शादीराम बम्ब, पटियाला ___ यह परिवार सौ वर्ष पूर्व दिल्ली से पटियाला आकर आबाद हुभा। इस परिवार में लाला कालरामजी तथा कन्हैयालालजी नामक २ बंधु हुए। इनमें कन्हैयालालजी के शादीरामजी, गोंदीरामजी तथा राजारामजी नामक ३ पुत्र हुए। इनमें लाला शादीरामजी के लाला पानामलजी, सुचनरामजी तथा दौलतरामजी नामक पुत्र हुए। इस समय सुचनरामजी के पुत्र मंगतरामजी तथा तरसेपचन्दजी और दौलतरामजी के पुत्र संतलालजी विद्यमान हैं। लाला गोंदीमलजी का जन्म संवत् १९१५ में हुआ था। आप पटियाला के ओसवाल समाज में प्रसिद्ध व्यक्ति थे। आप चौधरी भी रहे थे। संवत् १९७० में आप स्वर्गवासी हुए। आपके लाला चांदनरामजी, धर्मचन्दजी तथा मातूरामजी नामक ३ पुत्र हुए। इनमें लाला चांदनरामजी का संवत् १९७८ में स्वर्गवास हुआ। लाला धर्मचन्दजीका जन्म संवत् १९५० में हुआ। आप पटियाला के मशहूर चौधरी है, पटियाला दरबार ने आपको दुशाला इनायत किया। : आपके यहाँ जनरल ठेकेदारी का काम होता है। आपके पुत्र कश्मीरोलाल तथा बीरूरामजी बालक हैं। लाला मातूरामजी की वय ३४ साल की है। आप जनरल मरचेटाइज का व्यापार करते हैं। यह परिवार स्थानकवासी आम्नाय का मानने वालाहै। ५८१
SR No.032675
Book TitleOswal Jati Ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorOswal History Publishing House
PublisherOswal History Publishing House
Publication Year1934
Total Pages1408
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size47 MB
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