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________________ 2 4 ७०० 6 8 10 12 2. 4 6 8 10 12 Left Half No. 22-INSCRIPTION OF THE TIME OF CHAULUKYA KARNA, V.S. 1354 (1 Plate) C. C. DAS GUPTA, DARJEELING विश कितिनिसित दिया सिमी गति सरदाराका दश प्रतिश्रीजनाजू यात शिक मंडल विश्वरिनृप अवधीपतित होता। श्रीरामे जागा नृपती मनात कालरात्रि या वारपाकसित समासात मा विश्वरताला पवार वाले की या श्रयस्थललावात दंगालादावर मानतालाई कपिल दावा नष्टे कागजंगलात भारती व समा पालिनिषायपरमं सूर्य नेताना दवतिदिश्त) वापरतात सामेल भवेऽज्ञाना दिवा तर ये रहा शनि दिशे विद्यालय नाल स्वामिद व यातना काशिविक तो संपदक नवी यसवेला नंदन म दीपाला तीजा लाइवम विद्या निर गर Right Half गजनीव जिन लम यामाहा स्क्रिप्रव नामविपादायक चिमनी कार्यसामदादित सामलकपुर नम करदार की नीवीर पर मारकर नृपतिविना विकासामवलेन न मनान केले सामगीता रामादोरामा निर्व काम के वारसदाविनुपात के शिकार पूजानव६ शोलावरम पालवी के खिलौना बनु सामाग्रे सर्वाना व नी बनवाता माता शिविर ॐ नवशिक्ष साल के तारापतिमा नितिश क नाजान राताधारी लरकी कलम के लिये दानवरा जास दयामास्यक (from Photographs) S laz एम. 246 ∞ 2 श्री ड 10 दवा 8 12 2 3500 A 4 10 12
SR No.032588
Book TitleEpigraphia Indica Vol 34
Original Sutra AuthorN/A
AuthorD C Sircar
PublisherArchaeological Survey of India
Publication Year1961
Total Pages384
LanguageEnglish
ClassificationBook_English
File Size20 MB
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