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________________ RAJAPRASASTI INSCRIPTION OF UDAIPUR IV-SLAB XVI 2 HITIJ S in -नाक जमुनानासमेतंजीमा जान रोग 071 यता नदिमानहाना नाम जाना था। 2011- IATICA मिलान) - 26राजदाता राजा की जय REFER रा॥३॥57 रोना नोतिन द्यानाशावादत्रासाचनमाजलाहापना की। --दिपना ।।जीरं राज्य परुितंजलछा नावाचा नवाजर खाया दुरनमारियन के रि ल त लजाजरको रसदा तीजलार्थमाया दादाजा। लागलारप्रसाकितानजामसपासका स्यपूजाविधानपूचना कलागलुकामाता MER लाराम 201 7 शाहमव्याकुरलयोन सहनावासमाद meaniनिमार 57 miaNEरिजाल र नन नया ववदा कल शासनादाचा नावावर खोज राजोतिरादिरामाशातर कामासु उर रमाकराइनलारशाक्तिक TIसवादि । महाराजसाहायता संरक्षापयन्मन्दारका जान साग STEPायो) नियातीसारमा राताल संचरादरवाज्ञात ANGRलडारवादन- रातारपण यादवारको ताविलाल RBERGRAPायक तवाया शातता नामाववाच्यानि त्यस्नानादिरामा FDIहाजातः प्रविय: सदराबादमा शशारापटाएसम्पदत्ता प्रक्रियजापान Gट दाव नपाया । पानी न ममाहामुकामपश्थापनाकमगारचा कारक करावा जान ADIVASI तगरतदया.तुलनाराका तानमनमकता मतदान न बन जान कर राशर जननासमभवारा छावरंबानकरततो HERधारित की नमाजजियानतला माल लारामावताराहारमा सजनमा - al HE) इमामबालकविता का दावानिरवानासन यादाग -ITFIRED लिक सस्परिनपानकाननमसजावधान वनमाला तवाहिकावतीगापुर मपरारितंजावदनि मन चाहनिल यह पुरोहितावहतनेतर व नयनपताजा तारजालोर.विकसहायोपशी पूरसारशाहाजमध्यकामाखनजकार कारनहानगो दरमा वस नया नरदयसिवाल तुल्याद कि कल यातचीला बना वाली राजलालाब पुनरारसा नायमच सवा चा निधार मानकापासारारन फरकानजतालाना तित वायविनापयाचा लग्न जलवा नवागतारयल ताशापाल टलानायचदीमाटो लायतीसहारनहाने.सदा-विग्यारे दामालापटाकताह तार एकर शमदारागोनारगका मकनाडागाउनासाट नाननवाजा यकृतजनहादार राहतप्रत्यय राजारामारासदावहान साह नाटविद्यावती न वै योना प्राधा मानकाजाम काटारमानाना पाया SEAधरेया ननिकालिराजमा गरजासतमानकानजनतामवारगाइ मवानवा नाना परसद र सनदशामिति नामावतारकामावलिदान । मग दो सर्वदमनंटरममा विविध गन टनरचा रदय जालनामा मनशाना तानसा सामनायूएगावाजवता कारसदाना तथा मचानकडानतवरन या रात्रीगदीपावनजमानापजाज्वलरूवाहितानानइलमा सकल नदीवाना बना निजनताबमजचिमान्य पाण-पतरंजसुरतये नमः नीता ननिसिविान स || BER हातातेवच घूमनारनटार कूतेतुमा लिना मदनदान वतन संक मालिका हरिमरिच तस्य नोक पर पापयतमात्रलायन तकलिननंतनात्यतया ताबका शनिवार कासगंधवा हाकलाप सही संकल्पना रामदापूधारपाततःकतायासमरसमज बाप रामकोलान तो दराजलन दजटलपाखनकलाचसिम्वादास्पंदितीपर्वमहानव शलानत पर के काजले सामान निनित नागजित पते परमागम ३ न राय नम यावालरजनोजवासायनितोवार नपाको शादकतानसतजन करतोष्टलकाता। शरण्इंद्रपति श्रीराजा इनपज दोन कन्ध राजवरवादास रामगोलाबार जमा B. CH, CHHABRA REG. No.3977E'38-499'53 SCALE: ONE-FIFTH SURVEY OY INDIA, CALCUTTA
SR No.032583
Book TitleEpigraphia Indica Vol 29
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHirananda Shastri
PublisherArchaeological Survey of India
Publication Year1951
Total Pages432
LanguageEnglish
ClassificationBook_English
File Size21 MB
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