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________________ 6 8 10 12 14 16 20 22 24 26 AN INCOMPLETE GRANT OF SINDA ADITYAVARMAN: SAKA 887. First Plate: First Side. 28 32 नित प्रमो.. कृषः। पां हिनीमा जानु मुदितः॥श्रदि काल : रितामलिंग नादियाला वयोमदा 'रामयति त प्रशाद मि मतदृताधिक लीक का सिद्धान समुरम बजज बली दिन म পররমাन का कम समयमा परी महापाि কखास दान सिद्ध কथाम हुन विना नवा सम बाद यह श्रुं ह यथा गলरंग तो ही शुरु का वडा श्री सामान म. कुटिन दिना रसाय छत्र ॐ हरदा वुद्वयमा दु:रा 714 आता खरी पायलट का सन हम गया व बाजयाय वि' First Plate: Second Side. मुनि दोष से नियो नाद 18 त्याच्यासल बसाने गोहणादिसाय गाव संपदजचिलो एवं एकदा यल ये यलमा सुंठ निंद बिही ॥ मई एमएननत्य । বকঃ 'द्रवावरायल গ१७) कृती संत्रा बील शिकवु का न जेव मायाका दिला. पिकले 24 ज्ञान कि दफ्त सदर विभाष तरी ती शुरु प्रति को जिला वि जनभावनारि मसान से विदिर्गतৗ N. P. CHAKRAVARTI. Rea. No. 1969 E39-291. 2 6 SCALE: ONE-HALF. 8 10 12 16 18 ( 28 बाकि भी ब 30 ला वृक्ष रामती के नाम श्रीनिव जातितिः 30 कामःগमिलना बाঃबदन दরराय यह माना कि विवेक सा-या विद्वाला मनतुः प्रद घ एस इ वा कि ततः श्रीरामनव 20 22 26 32 SURVEY OF INDIA, CALCUTTA.
SR No.032579
Book TitleEpigraphia Indica Vol 25
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSten Konow, F W Thomas
PublisherArchaeological Survey of India
Publication Year1939
Total Pages448
LanguageEnglish
ClassificationBook_English
File Size23 MB
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