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________________ ३०७ बहुरत्ना वसुंधरा : भाग - २ पता : छोयलालभाई भीखाभाई मश्कारीया ९७/५८०, विजयनगर, नारणपुरा, अहमदाबाद-३८००१३. फोन : ७४१९२३३ (घर) महातपस्वी पंडितश्री नरेशभाई लालजीभाई शाह । मूलतः कच्छ के निवासी किन्तु वर्षों से मुंबई में रहते हुए पंडित श्री नरेशभाई की उग्र तपश्चर्या सचमुच अनुमोदनीय है । ज्ञानयोग के साथ साथ ऐसी विशिष्ट तपश्चर्या का समन्वय विरल व्यक्तियों में ही मिल सकता है । उन्होंने निम्नोक्त प्रकारसे तपश्चर्या द्वारा मनुष्य देह को सार्थक बनाया। (१) १२२ उपवास (२) १०८ उपवास (३) ७२ उपवास (४) ६८ उपवास (५) ४५ उपवास- ३ बार (६) ३६ उपवास (७) मासक्षमण - ६ बार (८) शंखेश्वर तीर्थमें ३०० अद्रुम तप इत्यादि । ऐसे महा तपस्वी पंडितवर्य श्री नरेशभाई हाल हमारे बीच विद्यमान नहीं हैं । कुछ ही साल पूर्व उनका स्वर्गवास हो गया है। उनके सुपुत्र आदि शंखेश्वर महातीर्थ में आयोजित अनुमोदना समारोह में पधारे थे और विशिष्ट चढावा बोलकर सभी आराधकों का बहुमान करने का लाभ भी उन्होंने लिया था । स्व. पं. श्री नरेशभाई के सुपुत्र की तस्वीर के लिए देखिए पेज. नं. 19 के सामने. पता : पं. नरेशभाई लालजीभाई शाह पद्मावती जैन मंदिर, २/६ अमीना चाल, हरियाली विलेज म्यु. स्कूल के सामने, विक्रोली, (पूर्व) मुंबई - ४०००८३
SR No.032468
Book TitleBahuratna Vasundhara
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahodaysagarsuri
PublisherKastur Prakashan Trust
Publication Year1999
Total Pages478
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size18 MB
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