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________________ ३०६ बहुरत्ना वसुंधरा : भाग - २ पता : शांतिलालभाई शिवलाल शाह . १८/१०५, विजयनगर कोलोनी, विजयनगर, नारणपुरा, अहमदाबाद-३८००१३. फोन : ७४८२३१३ (घर) ३२ सालको उसस आजीवन बहाचर्य एकाशन आदि के उत्तम आराधक श्री छोटलालमाई मश्कारीया मूलत: सौराष्ट्र के सुदामड़ा गांव के निवासी और हालमें अहमदाबाद में रहते हुए सुश्रावक श्री छेयलालभाई भीखाभाई मश्कारीया (उ.व. ६२) की तप-त्याग की अत्यंत अनुमोदनीय आराधना निम्नोक्त प्रकार से है। (१) ३२ सालकी उम्र से आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत (२) ३२ सालकी उम्र से आजीवन एकाशन तप करने का नियम (३) ३२ साल की उम्र . से दूध-घी-दही-तेल-गुड़ और कढ़ा विगई इन ६ विगईयों में से ५ विगइयोंका त्याग (४) आजीवन भूमि संथारे का नियम (५) आजीवन पाँवमें जूते आदि का त्याग (६) १ बार मासक्षमण तप (७) ३ बार वर्षीतप (८) २ बार सिद्धि तप (९) १ बार २१ उपवास (१०) २ बार १६ उपवास (११) २ बार ११ उपवास (१२) ६ बार अट्ठाई तप (१३) २ बार शत्रुजय तप (१४) २ बार सिद्धिवधू कंठाभरण तप (१५) १ बार १०८ पार्श्वनाथ तप (१६) १ बार लगातार १००८ आयंबिल तप (१७) १ बार ५०० आयंबिल तप (१८) ४५ और ३५ दिन के दो उपधान तप (१९) वर्धमान आयंबिल तप की ८२ ओलियाँ (२०) १ बार पालिताना में चातुर्मास ... इत्यादि । छालालभाई की आराधना की भूरिशः हार्दिक अनुमोदना ! उनकी तस्वीर के लिए देखिये पेज नं. 15 के सामने ।
SR No.032468
Book TitleBahuratna Vasundhara
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahodaysagarsuri
PublisherKastur Prakashan Trust
Publication Year1999
Total Pages478
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size18 MB
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